अहमदाबाद:
गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने तीन दिवसीय उपवास के अंतिम दिन कांग्रेस के साथ-साथ उसके महासचिव राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कांग्रेस पर जहां देश के 60 साल बर्बाद करने का आरोप लगाया वहीं यह कहते हुए राहुल को निशाने पर लिया कि वह 18000 गांवों के नागरिकों को गेम चेंजर बनाना चाहते हैं। मोदी ने अपना उपवास खत्म करने के बाद अपने सम्बोधन में कहा, "देश में पिछले 60 सालों का एक क्रम रहा है। सरकारें बनती नहीं कि सरकारों और राजनेताओं के मन में शुरू हो जाता है कि अगला चुनाव कैसे जीता जाए। यही चला आ रहा है। इसीलिए वोटबैंक की राजनीति से प्रेरित अर्थरचना होती है, विकास योजनाएं बनती हैं।" उन्होंने कहा, "इसका परिणाम यह हुआ कि देश में विकास का माहौल ही नहीं बना। यही 60 साल हमारे बर्बाद हुए। हम चुनाव जीतने के लिए सरकार नहीं चलाएंगे।" मोदी ने कहा, "क्या कारण है कि अन्ना हजारे के आंदोलन को कश्मीर से कन्याकुमारी तक का समर्थन मिला। दरअसल, पीड़ा सबके भीतर है। बस प्रकटीकरण का अवसर नहीं मिलता। कोई आसरा नहीं मिलता। ऐसे में जब कोई आसरा दिखाई दे तो वह यह सोचकर उससे जुड़ जाता है कि उससे कुछ निकलेगा।" उन्होंने कहा, "जनता मौका देखती है और सत्य के साथ जुड़ जाती है। मैं तो जन-जन का पुजारी हूं।" इस अवसर पर मोदी राहुल पर निशाना साधने से भी नहीं चूके। उन्होंने कहा, "आजकल ये गेम चेंजर का प्रचलन हो गया है। मैं बताना चाहता हूं उन्हें कि मैं गुजरात के 18000 गांवों के नागरिकों को गेम चेंजर बनाना चाहता हूं। मैं सभी जिलों में जाऊंगा। एक-एक दिन सुबह से शाम तक उनके साथ बैठूंगा, वह भी दिनभर भूखे रहकर। सद्भावना मिशन के तीन दिनों के भाव को और शक्तिशाली बनाऊंगा।" उल्लेखनीय है कि जन लोकपाल की मांग को लेकर अन्ना हजारे ने पिछले दिनों जब रामलीला मैदान में अनशन किया था तो उस समय राहुल ने संसद में चली बहस में हिस्सा लेते हुए कहा था कि लोकायुक्त को चुनाव आयोग जैसे संवैधानिक अधिकार होने चाहिए। बाद में खुद राहुल और मीडिया के एक वर्ग ने उनके इस विचार को गेम चेंजर करार दिया था।