इंफाल में अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है
इंफाल:
(इंफाल से रतनदीप चौधरी की रिपोर्ट) रविवार की दोपहर मणिपुर के इंफाल में हिंसा भड़क गई जिसके बाद अनिश्चितकालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है. यह फैसला तब लेना पड़ा जब प्रदर्शनकारियों ने राज्य में जारी आर्थिक गतिरोध और इसी हफ्ते सुरक्षाकर्मियों पर हुए आतंकी हमले को लेकर गुस्सा दिखाते हुए हिंसा का रास्ता अपनाया.
नागा इलाके से इंफाल की तरफ आ रही गाड़ियों पर हमला किया गया. कई गाड़ियों को जला दिया गया, वहीं एक बस को नदी में धकेल दिया गया. फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई है.
इससे पहले इंफाल पश्चिम जिले में शुक्रवार को हुए तीन विस्फोटों के बाद स्थिति का गंभीर संज्ञान लेते हुए राज्य कैबिनेट ने तुंरत प्रभाव से जिले में इंटरनेट सेवा बंद करने का फैसला किया था.
गौरतलब है कि नवंबर से नागा आदिवासी संगठनों द्वारा लगाई गई आर्थिक नाकेबंदी की वजह से पूरे मणिपुर में जरूरी सामान की आपूर्ति पर बुरा असर पड़ा है. दवाइयां, ईंधन और रोज़मर्रा के सामान के दाम आसमान छूने लगे हैं. वहीं पिछले हफ्ते राज्य में हुए आतंकी हमलों में शक की सुई नागा संगठनों पर ही गई है. आर्थिक नाकेबंदी और आतंकी हमलों को सरकार के उस फैसले की प्रतिक्रिया के तौर पर देखा जा रहा है जिसके तहत राज्य में सात नए जिलों को बनाने का निर्णय लिया गया है. नागा संगठनों का आरोप है कि ये नए जिले उनकी पुश्तैनी ज़मीन पर अतिक्रमण कर बनाए जा रहे हैं.
नागा इलाके से इंफाल की तरफ आ रही गाड़ियों पर हमला किया गया. कई गाड़ियों को जला दिया गया, वहीं एक बस को नदी में धकेल दिया गया. फिलहाल किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई है.
इससे पहले इंफाल पश्चिम जिले में शुक्रवार को हुए तीन विस्फोटों के बाद स्थिति का गंभीर संज्ञान लेते हुए राज्य कैबिनेट ने तुंरत प्रभाव से जिले में इंटरनेट सेवा बंद करने का फैसला किया था.
गौरतलब है कि नवंबर से नागा आदिवासी संगठनों द्वारा लगाई गई आर्थिक नाकेबंदी की वजह से पूरे मणिपुर में जरूरी सामान की आपूर्ति पर बुरा असर पड़ा है. दवाइयां, ईंधन और रोज़मर्रा के सामान के दाम आसमान छूने लगे हैं. वहीं पिछले हफ्ते राज्य में हुए आतंकी हमलों में शक की सुई नागा संगठनों पर ही गई है. आर्थिक नाकेबंदी और आतंकी हमलों को सरकार के उस फैसले की प्रतिक्रिया के तौर पर देखा जा रहा है जिसके तहत राज्य में सात नए जिलों को बनाने का निर्णय लिया गया है. नागा संगठनों का आरोप है कि ये नए जिले उनकी पुश्तैनी ज़मीन पर अतिक्रमण कर बनाए जा रहे हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं