एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे की फाइल फोटो
मुंबई:
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के कार्यकर्ताओं ने ‘पर्युषण’ त्योहार के दौरान मांस की बिक्री पर पाबंदी के खिलाफ विरोध में मुंबई के जैनबहुल एक हाउसिंग सोसायटी के बाहर चिकन की दुकान लगाई।
उपनगरीय क्षेत्र विर्ले के जैन हाउसिंग सोसायटी के बाहर मनसे कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए और सार्वजनिक रूप से मुर्गे का मांस खाया। उन्होंने बैनर भी प्रदर्शित किए जिन पर लिखा था, ‘हां, हम मांसाहार करते हैं।’ मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को कहा था कि जैन राज्य की नीतियां तय नहीं कर सकते तथा उन्होंने उन लोगों के प्रति अपनी पार्टी का समर्थन व्यक्त किया जो राज्य में मांस बेचने को इच्छुक हैं।
इस बीच जैन साधुओं ने उपनगरीय बांद्रा इलाके में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से उनके निवास पर भेंट की। शनिवार को ही जैनियों ने मांस पर प्रतिबंध के मुद्दे के राजनीतिकरण के खिलाफ मीरा-भयंदर में दो घंटे का उपवास रखा और मंत्रोच्चार किया था। भवन जिनालय जैन मंदिर के बाहर करीब 700 जैन धर्मावलंबी एकत्र हुए थे जहां मंदिर के पुजारी आचार्य सागरचंद्र सागर सुरिश्वर ने मंत्रोच्चार एवं प्रार्थना की अगुवाई की।
कई जैनियों ने शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में जैनियों को अन्य समुदायों पर शाकाहार नहीं थोपने की चेतावनी देते हुए की गयी टिप्पणी पर ऐतराज किया। मीरा भयंदर नगर निगम ने क्षेत्र में मांस की बिक्री पर आठ दिनों के लिए रोक लगा दी है। सत्तारूढ़ भाजपा ने यह प्रस्ताव पेश किया था।
जनाक्रोश और राजनीतिक दबाव के बाद यह रोक घटाकर दो दिन कर दी गयी। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को बृहस्पतिवार को कहा था कि जैन धर्मावलंबी राज्य की नीतियों के बारे में फैसला नहीं कर सकते और राज्य में मांस की बिक्री करने के इच्छुक लोगों के प्रति पार्टी के समर्थन का वादा किया। शिवसेना के मुखपत्र में की गई टिप्पणी पर कई जैनियों ने आपत्ति की थी जिसमें चेतावनी दी गई थी कि जैन धर्मावलंबी अपने शाकाहार के नियम को अन्य समुदायों पर नहीं थोपें।
मीरा भयंदर नगर निगम ने क्षेत्र में मांस बेचे जाने पर आठ दिनों का प्रतिबंध लगाया था। सत्तारूढ़ भाजपा यह प्रस्ताव लायी थी। पर, लोगों में रोष और राजनीतिक दबाव के चलते यह प्रतिबंध घटा कर दो दिनों का कर दिया। इस बीच, फेसबुक पर मांस प्रतिबंध का समर्थन करने को लेकर एक व्यापारी की दुकान पर यहां अंडे फेंके गए।
शिवसेना के समर्थकों ने जेवरात के एक व्यापारी की दुकान पर अंडे फेंके और मुर्गे छोड़ दिए। पुलिस ने बताया कि इस सिलसिले में कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई क्योंकि दोनों पक्षों के बीच मामला खत्म हो गया। यह घटना शुक्रवार को हुई थी। यह व्यापारी भाजपा का स्थानीय कार्यकर्ता है।
उपनगरीय क्षेत्र विर्ले के जैन हाउसिंग सोसायटी के बाहर मनसे कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए और सार्वजनिक रूप से मुर्गे का मांस खाया। उन्होंने बैनर भी प्रदर्शित किए जिन पर लिखा था, ‘हां, हम मांसाहार करते हैं।’ मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को कहा था कि जैन राज्य की नीतियां तय नहीं कर सकते तथा उन्होंने उन लोगों के प्रति अपनी पार्टी का समर्थन व्यक्त किया जो राज्य में मांस बेचने को इच्छुक हैं।
इस बीच जैन साधुओं ने उपनगरीय बांद्रा इलाके में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे से उनके निवास पर भेंट की। शनिवार को ही जैनियों ने मांस पर प्रतिबंध के मुद्दे के राजनीतिकरण के खिलाफ मीरा-भयंदर में दो घंटे का उपवास रखा और मंत्रोच्चार किया था। भवन जिनालय जैन मंदिर के बाहर करीब 700 जैन धर्मावलंबी एकत्र हुए थे जहां मंदिर के पुजारी आचार्य सागरचंद्र सागर सुरिश्वर ने मंत्रोच्चार एवं प्रार्थना की अगुवाई की।
कई जैनियों ने शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में जैनियों को अन्य समुदायों पर शाकाहार नहीं थोपने की चेतावनी देते हुए की गयी टिप्पणी पर ऐतराज किया। मीरा भयंदर नगर निगम ने क्षेत्र में मांस की बिक्री पर आठ दिनों के लिए रोक लगा दी है। सत्तारूढ़ भाजपा ने यह प्रस्ताव पेश किया था।
जनाक्रोश और राजनीतिक दबाव के बाद यह रोक घटाकर दो दिन कर दी गयी। मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने गुरुवार को बृहस्पतिवार को कहा था कि जैन धर्मावलंबी राज्य की नीतियों के बारे में फैसला नहीं कर सकते और राज्य में मांस की बिक्री करने के इच्छुक लोगों के प्रति पार्टी के समर्थन का वादा किया। शिवसेना के मुखपत्र में की गई टिप्पणी पर कई जैनियों ने आपत्ति की थी जिसमें चेतावनी दी गई थी कि जैन धर्मावलंबी अपने शाकाहार के नियम को अन्य समुदायों पर नहीं थोपें।
मीरा भयंदर नगर निगम ने क्षेत्र में मांस बेचे जाने पर आठ दिनों का प्रतिबंध लगाया था। सत्तारूढ़ भाजपा यह प्रस्ताव लायी थी। पर, लोगों में रोष और राजनीतिक दबाव के चलते यह प्रतिबंध घटा कर दो दिनों का कर दिया। इस बीच, फेसबुक पर मांस प्रतिबंध का समर्थन करने को लेकर एक व्यापारी की दुकान पर यहां अंडे फेंके गए।
शिवसेना के समर्थकों ने जेवरात के एक व्यापारी की दुकान पर अंडे फेंके और मुर्गे छोड़ दिए। पुलिस ने बताया कि इस सिलसिले में कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई क्योंकि दोनों पक्षों के बीच मामला खत्म हो गया। यह घटना शुक्रवार को हुई थी। यह व्यापारी भाजपा का स्थानीय कार्यकर्ता है।
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