कुछ महीने पहले चेन्नई से मदुरै जा रही ट्रेन में सवार होने के बाद कथित रूप से लापता हुए पर्यावरण कार्यकर्ता मुगिलन के तिरुपति में मिलने के बाद अदालत के निर्देश पर मामले की जांच सीबी-सीआईडी को सौंप दी गई है. मुगिलन तिरुनेलवेली जिले में परमाणु ऊर्जा संयंत्र, पुदुकोट्टई जिले में हाइड्रोकार्बन परियोजना और तूतीकोरिन जिले में स्टरलाइट विरोधी आंदोलनों में कथित रूप से शामिल रहे थे. तमिलनाडु के मत्स्य पालन मंत्री डी जयकुमार ने रविवार को यहां पत्रकारों को बताया, "मुगिलन को तिरुपति से चेन्नई लाया गया.अब, अदालत के आदेश पर सीबी-सीआईडी इस मामले (गुमशुदगी) की जांच कर रही है.
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जयकुमार से जब पूछा गया कि क्या मुलिगन का अपहरण किया गया था, तो उन्होंने कहा जांच पूरी होने बाद ही इस बात का पता लग सकेगा. गैर-सरकारी संगठन 'पीपुल्स वॉच' के कार्यकारी निदेशक हेनरी तिफांगे ने कहा कि उनके मित्र मुगिलन शनिवार रात तिरुपति रेलवे स्टेशन पर पाए गए. इस बीच, मुगिलन का 44 सेकेंड का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें वह कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा संयंत्र में ‘अवे फ्रॉम रिएक्टर'(एफआरएम) की स्थापना के विरोध में नारे लगाते दिख रहे हैं. राज्य की पुलिस ने फरवरी में इस संबंध में गुमशुदगी का एक मामला दर्ज किया था. (इनपुट भाषा से)
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