भगोड़ा हीरा कोराबारी मेहुल चोकसी की पुलिस हिरासत में लिए जाने के बाद एक तस्वीर सामने आई है, जोकि शनिवार को स्थानीय मीडिया द्वारा तब कैमरों में कैद की गई है, जब उसे डोमनिका कोर्ट से बाहर लाया जा रहा था. बताते चलें कि डोमनिका की एक कोर्ट ने चोकसी को अगले आदेश तक कैरिबायाई द्वीप देश से कहीं और जाने पर रोक लगा दी है. कोर्ट ने 62 वर्षीय कारोबारी को चिकित्सकीय देखभाल के लिए डोमिनिका-चाइना फ्रैंडशिप अस्पताल ले जाने और उसके कोविड टेस्ट का निर्देश दिया था. बुधवार को कोर्ट चोकसी की बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका पर सुनवाई करेगा. बंदी प्रत्यक्षीकरण (Habeas Corpus) के तहत यह निर्धारित किया जाएगा कि क्या हिरासत वैध है. चोकसी पर अवैध रूप से अन्य देश में प्रवेश करने का आरोप लगा है.
Read Also: डोमिनिका की अदालत ने भगोड़े मेहुल चोकसी के प्रत्यर्पण पर लगी रोक को बढ़ाया, 2 जून को अगली सुनवाई
डोमिनिका में चोकसी के वकील वायने मार्श ने एक रेडियो शो को बताया कि काफी प्रयासों के बाद जब चोकसी से छोटाी मुलाकात हुई तो उसने बताया कि उसे एंटीगुआ में जॉली बंदरगाह में एक जहाज में ‘‘जबर्दस्ती'' बैठाया गया और डोमिनिका लाया गया. उसने कहा कि भारतीय और डोमिनिका के पुलिसकर्मियों की तरह दिखने वाले लोगों ने यह किया. मार्श ने कहा कि उन्होंने चोकसी के शरीर पर कुछ निशान देखे. उसकी आंखें भी सूजी हुई थी और उसे जान पर खतरा महसूस हो रहा था. उन्होंने कहा कि चोकसी एंटीगुआ एंड बारबुडा का नागरिक है, भारत का नहीं, अत: उसे वापस भेजा जाना चाहिए.
Read Also: भगोड़े मेहुल चोकसी के वकील ने कहा- चोकसी को अगवा कर एंटीगुआ से डॉमिनिक ले जाया गया
वहीं चोकसी के भारत में मौजूद वकील विजय अग्रवाल ने इस सारी घटना पर संदेह जताया है. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि चोकसी को दूसरे देश ले जाने की रणनीति बनायी गयी ताकि उसे भारत भेजा जा सके. मुझे नहीं पता, कौन सी ताकतें काम कर रही हैं.'' चोकसी पंजाब नेशनल बैंक में 13,500 करोड़ रुपये के कर्ज धोखाधड़ी मामले में वांछित है.
इनपुट एजेंसी भाषा से भी
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं