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This Article is From Nov 30, 2015

लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को बदनाम करने के लिए 'असहिष्णुता' की साजिश : मीनाक्षी लेखी

लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई सरकार को बदनाम करने के लिए 'असहिष्णुता' की साजिश : मीनाक्षी लेखी
असहिष्णुता पर बहस के दौरान लोकसभा में मीनाक्षी लेखी
नई दिल्ली: बीजेपी नेता मीनाक्षी लेखी ने लोकसभा में 'असहिष्णुता' पर बहस के दौरान कहा कि देश में 'असहिष्णुता' नहीं बढ़ रही है और इसका कोई प्रमाण नहीं है। उन्होंने कहा, लोकतांत्रिक तरीके से चुनी गई एक सरकार को बदनाम करने के लिए यह पूरी साजिश रची गई है।

मीनाक्षी लेखी ने कहा, गृह मंत्रालय के अनुसार 57 सबसे बड़ी खतरनाक सांप्रदायिक घटनाएं ऐसे राज्यों में हुई हैं, जहां कांग्रेस या अन्य पार्टियों की सरकार है। उन्होंने कहा, ऐसी घटनाओं में पिछले 14 महीनों में कमी ही आयी है।

बीजेपी सांसद ने कहा, केसी वेनुगोपाल ने दादरी घटना का कई बार जिक्र किया है। क्या इस मामले में केंद्र सरकार की वजाय राज्य सरकार की जिम्मेदारी नहीं बनती है।

मीनाक्षी ने कहा, सरकार ने साल 2014 तक 35 किताबों पर प्रतिबंध लगाया है और उनमें से 31 किताबें काग्रेस सरकार में प्रतिबंधित की गई हैं। उन्होंने कहा, हमारी सरकार में सिर्फ एक किताब पर प्रतिबंध लगाया गया है और वह भी पुणे कोर्ट के कहने पर किया गया है।

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