बसपा सुप्रीमो मायावती ने केंद्र सरकार से शनिवार को कहा कि वह संशोधित नागरिकता कानून और एनआरसी पर अपनी जिद छोड़कर अपने फैसले वापस ले. मायावती ने ट्वीट किया, ''अब तो सीएए और एनआरसी के विरोध में केन्द्र सरकार के राजग में भी विरोध के स्वर उठने लगे हैं. अतः बसपा की मांग है कि वे अपनी जिद छोड़कर इन फैसलों को वापस ले.''
उन्होंने प्रदर्शनकारियों से भी अपील है कि वे अपना विरोध शांतिपूर्ण ढंग से ही प्रकट करें.
मायावती ने इससे पहले एक ट्वीट में कहा था कि देश एवं व्यापक जनहित में केंद्र को चाहिए कि वह नए नागरिकता कानून को वापस लेकर अर्थव्यवस्था की बदहाली, बढ़ती महंगाई एवं बेरोजगारी, रूपये की गिरती कीमत आदि की राष्ट्रीय समस्याओं को दूर करने पर ध्यान केंद्रित करे.
देश व व्यापक जनहित में केन्द्र को चाहिए कि वह नए नागरिकता कानून को वापस लेकर अर्थव्यवस्था की बदहाली, बढ़ती महंगाई व बेरोजगारी, रूपए की गिरती कीमत आदि की राष्ट्रीय समस्याओं को दूर करने पर ध्यान केन्द्रित करे वरना जनता इनका भी हाल सन 2014 के कांग्रेस जैसा ही करने में देर नहीं करेगी
— Mayawati (@Mayawati) December 19, 2019
उल्लेखनीय है कि बसपा का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द से मिला था और उसने इस मुद्दे को उठाया था. पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया में रविवार को हुई हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की थी . साथ ही नागरिकता कानून को वापस लेने की भी मांग की थी.
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