Ayodhya Ram Temple: मायावती के राम मंदिर भूमि पूजन मुद्दे पर दो ट्वीट किए हैं
खास बातें
- कहा, इससे जातिविहीन समाज बनाने की संवैधानिक मंशा पर असर पड़ता
- इस मुद्दे पर बीएसपी प्रमुख ने दो ट्वीट किए
- पांच अगस्त को है राम मंदिर का भूमि पूजन कार्यक्रम
लखनऊ: Ayodhya Ram Temple ceremony: बहुजन समाज पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) ने दलित महामंडलेश्वर स्वामी कन्हैया प्रभुनंदन गिरि (Kanhaiya Prabhunandan Giri) को अयोध्या में पांच जुलाई को राम मंदिर के भूमि पूजन (Ayodhya Ram Temple groundbreaking ceremony) में आमंत्रित करने का समर्थन किया है. बीएसपी प्रमुख ने शुक्रवार को कहा कि इससे जातिविहीन समाज बनाने की संवैधानिक मंशा पर कुछ असर पड़ता. मायावती ने ट्वीट किया, ''दलित महामंडलेश्वर स्वामी कन्हैया प्रभुनन्दन गिरि की शिकायत के मद्देनजर यदि अयोध्या में पांच अगस्त को होने वाले भूमि पूजन समारोह में अन्य 200 साधु-सन्तों के साथ इनको भी बुला लिया गया होता तो यह बेहतर होता.''
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उन्होंने कहा, ''इससे देश में जातिविहीन समाज बनाने की संवैधानिक मंशा पर कुछ असर पड़ सकता था.'' बसपा सुप्रीमो ने कहा, ''वैसे जातिवादी उपेक्षा, तिरस्कार व अन्याय से पीड़ित दलित समाज को इन चक्करों में पड़ने के बजाए अपने उद्धार हेतु श्रम एवं कर्म में ही ज्यादा ध्यान देना चाहिए व इस मामले में भी अपने मसीहा परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के बताए रास्ते पर चलना चाहिए, यही बीएसपी की इनको सलाह है.''
गौरतलब है कि पांच अगस्त को आयोजित होने वाले राम जन्मभूमि मंदिर के कार्यक्रम के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narender Modi) विशेष रूप से अयोध्या पहुंच सकते हैं. इसके अलावा बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती और आरएसएस के कई नेताओं सहित कई धार्मिक शख्सियतों के भी कार्यक्रम में मौजूद रहने की संभावना है.
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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)