फाइल फोटो
नई दिल्ली:
खुफिया सूत्रों के मुताबिक उरी में सेना के कैम्प पर हुए आतंकवादी हमले का मास्टरमाइंड मसूद अज़हर ही था. साथ ही इस हमले की योजना बनाने में काशिफ जान, मुल्ला ददुल्ला और रऊफ असगर भी शामिल थे. हम आपको बता दें कि पठानकोट में वायुसेना स्टेशन पर हमले के सूत्रधार भी यही आतंकी थे.
काशिफ जान ही पठानकोट के आतंकियों को हमले से पहले सीमा तक छोड़ने भी आया था. इस बीच उरी हमले में एफआईआर दर्ज करने के बाद एनआईए ने अपनी जांच शुरू कर दी है. हमले की तह तक जाने के लिये एनआईए ने खुफिया एजेंसियों से पिछले तीन महीने में रिकॉर्डेड आतंकियों की बातचीत भी मांगी है.
हमले की छानबीन के लिये एनआईए जेल में बंद आतंकी बहादुर अली से भी पूछताछ करेगी. बहादुर अली को उरी में शामिल आतंकवादियों की फोटो दिखा कर उनकी पहचान करने के लिये कहा जाएगा. उरी हमले के तरीके से इस बात की पूरी संभावना लगती है कि आतंकवादियों को उरी में सेना की यूनिट्स की अदला-बदली से जुड़ी जानकारी थी. ऐसे में यह पता लगाया जाएगा कि कहीं आतंकवादियों को सूचनाएं पहुंचाने में किसी अंदर के आदमी की भूमिका तो नहीं है.
एनआईए ने उरी हमले में शामिल चारों आतंकवादियों के खून और उंगलियों के निशान के नमूने ले लिये हैं. उनसे बरामद हथियारों, जीपीएस, नैविगेशन मैप आदि को फोरेंसिक जांच के लिये अमेरिका भेजा जाएगा. जांच के बाद यह पता चल पाएगा कि आतंकवादी किस रास्ते से देश में दाखिल हुए. आतंकवादियों के पास से चार एके-47 राइफलें, अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर, 14 मैगजीनें, वायर कटर, जीपीएस, मोटोरोला, पेंसिल सेल, लाइटर, पांच-पांच सौ ग्राम बादाम और काजू, बिस्किट, चीनी, फ्रूटी, टैंग मेंगो ड्रिंक्स और मेडिकल किट आदि बरामद हुए हैं.
काशिफ जान ही पठानकोट के आतंकियों को हमले से पहले सीमा तक छोड़ने भी आया था. इस बीच उरी हमले में एफआईआर दर्ज करने के बाद एनआईए ने अपनी जांच शुरू कर दी है. हमले की तह तक जाने के लिये एनआईए ने खुफिया एजेंसियों से पिछले तीन महीने में रिकॉर्डेड आतंकियों की बातचीत भी मांगी है.
हमले की छानबीन के लिये एनआईए जेल में बंद आतंकी बहादुर अली से भी पूछताछ करेगी. बहादुर अली को उरी में शामिल आतंकवादियों की फोटो दिखा कर उनकी पहचान करने के लिये कहा जाएगा. उरी हमले के तरीके से इस बात की पूरी संभावना लगती है कि आतंकवादियों को उरी में सेना की यूनिट्स की अदला-बदली से जुड़ी जानकारी थी. ऐसे में यह पता लगाया जाएगा कि कहीं आतंकवादियों को सूचनाएं पहुंचाने में किसी अंदर के आदमी की भूमिका तो नहीं है.
एनआईए ने उरी हमले में शामिल चारों आतंकवादियों के खून और उंगलियों के निशान के नमूने ले लिये हैं. उनसे बरामद हथियारों, जीपीएस, नैविगेशन मैप आदि को फोरेंसिक जांच के लिये अमेरिका भेजा जाएगा. जांच के बाद यह पता चल पाएगा कि आतंकवादी किस रास्ते से देश में दाखिल हुए. आतंकवादियों के पास से चार एके-47 राइफलें, अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर, 14 मैगजीनें, वायर कटर, जीपीएस, मोटोरोला, पेंसिल सेल, लाइटर, पांच-पांच सौ ग्राम बादाम और काजू, बिस्किट, चीनी, फ्रूटी, टैंग मेंगो ड्रिंक्स और मेडिकल किट आदि बरामद हुए हैं.
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