
माओवादियों की केंद्रीय कमेटी ने प्रेस नोट जारी कर शहीदी सप्ताह मनाने की जानकारी दी है. माओवादी संगठन हर साल की तरह इस साल भी 28 जुलाई से 3 अगस्त तक शहीदी सप्ताह मनाएंगे. माओवादियों की प्रेस नोट में बताया गया है कि पिछले एक साल में 160 माओवादियों की मौत हुई है. जिनमें से 72 माओवादियों की मौत का विवरण उनके पास नहीं है. सबसे ज्यादा दंडकारण्य में 101 माओवादियों की मौत हुई है. बिहार-झारखंड में 11, ओडिशा में 14, MMC में 8, ओडिशा-आंध्र सीमा में 11, तेलंगाना में 14 और पश्चिमी घाटी में 1 माओवादी की मौत का विवरण प्रेस नोट में दिया गया है.
वहीं, एक साल में कुल 30 महिला माओवादियों की मौत हुई है. दुर्घटना में 5 और बीमारी से हरिभूषण समेत 13 माओवादियों की मौत का विवरण दिया गया है. बीते एक साल में 95 माओवादियों की मौत सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में हुई है.
बता दें कि हर साल की तरह इस साल भी माओवादियों की केंद्रीय कमेटी ने माओवादियों से अलग-अलग स्थानों पर पोस्टर चिपकाकर शहीदी दिवस में हिस्सा लेने के लिए कहा है. बता दें कि प्रत्येक वर्ष 28 जुलाई से 3 अगस्त तक माओवादी अपने संगठन के संस्थापक चारु मजुमदार और कन्हाई चटर्जी के साथ-साथ अपने दिवंगत साथियों को शहीदी सप्ताह मनाकर श्रद्धांजलि देते हैं. इस शहीदी सप्ताह में माओवादी स्थानीय लोगों से इसमें हिस्सा लेने की अपील करते हैं.
साथ ही गुप्त रूप से अलग-अलग जगहों पर झांकी व नुक्कड़ नाटक कर मृत माओवादियों को याद करते हैं. इस बार भी माओवादियों की केंद्रीय कमेटी ने अपने-अपने गांव में मशाल जुलूस, नुक्कड़ सभा, रैली निकालकर माओवादियों से शहीदी सप्ताह मनाने की अपील की है.