Mansukh Hiren murder case: मनसुख हिरेन (Mansukh Hiren) हत्या मामले की जांच कर रही ATS ने सचिन वाजे (Sachin Vaze) को 14 सिम कार्ड देने वाले गुजरात के एक शख्स को हिरासत में लिया है. शक है कि गुजरात से मंगाए गए सिम कार्ड्स का इस्तेमाल एंटीलिया के पास रची गई आतंकी साजिश औऱ मनसुख की हत्या में किया गया है. हत्या के आरोप में गिरफ्तार पूर्व पुलिसकर्मी विनायक शिंदे ने भी गुजरात मे सिम कार्ड से फोन कर मनसुख को 4 मार्च की शाम बुलाया था. बाद में दूसरे दिन मनसुख का शव मुम्ब्रा के रेती बंदर में मिला था. पता चला है कि सचिन वाजे ने गुजरात मे सिम कार्ड के लिए सट्टा लगाने वाले सटोरियों की मदद ली थी.
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गौरतलब है कि मामले की जांच कर रही NIA और ATS को 17 फरवरी का सीसीटीवी फुटेज हाथ लगा है जिसमें मनसुख हिरेन और सचिन वाजे एक साथ दिखाई दे रहे हैं.दोनों के बीच मुम्बई के फोर्ट इलाके में मर्सिडीज में 10 मिनट की मीटिंग भी हुई है जबकि मनसुख हिरेन ने बयान दिया था कि 17 फरवरी को उन्होंने अपनी स्कोर्पियो कार विक्रोली हाईवे पर छोड़ दी थी और टैक्सी से क्रॉफर्ड मार्किट गये थे. दूसरे दिन पता चला था कि स्कोर्पियो कार चोरी हो गई है.
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खास बात है कि मनसुख का वो बयान खुद सचिन वाजे ने लिया था और उसमें 17 फरवरी को खुद के मिलने का उल्लेख नहीं किया था.25 फरवरी को वही स्कोर्पियो कार मुकेश अंबानी के घर के पास पार्क मिली थी और उसमें धमकी भरे पत्र के साथ जिलेटीन भी मिला था.
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