नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने रविवार शाम को अपनी सरकार की दूसरी पारी की दूसरी सालगिरह पर सरकार का रिपोर्ट कार्ड पेश किया। इस मौके पर यूपीए नेताओं के लिए डिनर का आयोजन भी किया गया। प्रधानमंत्री के पास उपलब्धियां गिनाने के लिए कुछ खास नहीं था... उल्टा दबाव यह था कि आने वाले तीन सालों के लिए सरकार कुछ ऐसा करने का वादा कर सके जिससे पिछले साल के दागों को धोया जा सके। मनमोहन सिंह ने एक बार फिर स्वच्छ और प्रभावशाली सरकार देने का वादा किया है और कहा कि हाल में जो भ्रष्टाचार हुए हैं उससे जल्द ही सरकार उबर जाएगी... सरकारी ठेकों में पारदर्शिता लाई जाएगी और खाद्य सुरक्षा कानून संसद में लाया जाएगा। मनमोहन सिंह ने आतंकवाद को देश के लिए चुनौती बताया और कहा कि इसके लिए एकजुट होकर लड़ना होगा। इसके अलावा पीएम के मुताबिक महंगाई पर काबू पाना और विकास दर को बनाए रखने की चुनौती है। प्रधानमंत्री के डिनर में कांग्रेस के सहयोगी दल भी पहुंचे। डीएमके से टीआर बालू, तृणमूल कांग्रेस से सुदीप बंदोपाध्याय, एनसीपी से शरद पवार और नेशनल कॉन्फ्रेंस से फारुक अब्दुल्ला शामिल हुए। वहीं समाजवादी पार्टी के नेता भी इस डिनर में शामिल हुए। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद भी सोनिया और मनमोहन से मिलने पहुंचे। बीएसपी के नेता इसमें शामिल नहीं हुए।
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