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This Article is From Aug 26, 2020

मणिपुर के छात्र ने COVID-19 के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए बनाया Coroboi नाम का मोबाइल गेम

इस गेम को बलदीप निंगथौजम (Baldeep Ningthoujam) ने बनाया है. अपने इस गेम का नाम बलदीप ने कोरोबोई (Coroboi) रखा है.

मणिपुर के छात्र ने COVID-19 के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए बनाया Coroboi नाम का मोबाइल गेम
इस गेम को बलदीप निंगथौजम (Baldeep Ningthoujam) ने बनाया है
नई दिल्ली:

दुनियाभर में फैले कोरोनावायरस (Coronavirus) की वजह की वजह से लोगों के जिंदगी जीने के तरीके और खुद को सुरक्षित रखने के चलते हुए बदलाव की वजह से बहुत से गेम डेवलपर्स कोविड थीम (COVID Theme) की ओर आकर्षित हो रहे हैं. वहीं इनमें से कई डेवलपर्स ने अपनी इस स्किल का इस्तेमाल लोगों को कोरोनावायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के प्रति जागरूक करने के लिए किया है. कई मशहूर गेम्स में कोरोना गाइडलाइन भी शुरू की गई हैं. 

लॉकडाउन ने शौकिया गेम डेवलपर्स को भी अपना कौशल दिखाने का समय और अवसर दिया है. इसी लॉकडाउन का फायदा उठाते हुए मणिपुर के इंफाल में रहने वाले एक 9वीं कक्षा के छात्र ने गेम बनाया है. इस गेम को बलदीप निंगथौजम (Baldeep Ningthoujam) ने बनाया है. अपने इस गेम का नाम बलदीप ने कोरोबोई (Coroboi) रखा है. इस गेम को एंड्रोइड मोबाइल यूजर्स डाउनलोड कर सकते हैं और गेम को कोरोनावायरस के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए बनाया गया है. 

गूगल प्ले स्टोर पर ऐप के डिस्क्रिप्शन के मुताबकि, ''कोरोबोई, भारत के मणिपुर में रहने वाला एक लड़का है, जो अपने घर आना चाहता है. लड़का मणिपुर की पारंपरिक पोशाक (Leirum Phee) पहने हुए और मुंह पर मास्क लगाए घर की ओर भारता है. इस दौरान वह रास्ते में प्वॉइंट्स कमाता है. अगर उसे पुलिस पकड़ लेती है तो उसके 5000 प्वॉइंट्स कट जाते हैं''. 

न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अपने इस गेम के बारे में बलदीप ने कहा, ''मैं हैकर बनना चाहता हूं और एआई और अन्य टेक्नॉलॉजी के बारे में सीखना चाहता हूं.'' 

बलदीप ने कहा, ''मेरे अंकल ने मुझे कोविड-19 से जुड़ा गेम बनाने के लिए कहा था और फिर मुझे भी इसमें मजा आने लगा''. इस गेम की डेवलप्मेंट को पिछले हफ्ते खत्म किया गया है और इसे शुक्रवार को गूगल प्ले स्टोर पर लॉन्च किया गया था. बलदीप ने कहा, ''ये मेरे लिए काफी नया था, इसलिए मैं यूट्यूब पर इसके बारे में देखता था और रोज 3 से 4 आर्टिकल पढ़ा करता था.''

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