पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी. (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री तथा तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने दिल्ली के आर्कबिशप के उस खत का समर्थन किया है, जिसमें आर्कबिशप अनिल कोटू ने वर्ष 2019 के आम चुनाव से पहले सभी पादरियों से 'देश के लिए प्रार्थना' करने का आग्रह किया था. समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, ममता बनर्जी ने कहा, "हम सभी समुदायों, जातियों तथा देशभर के आर्कबिशपों का सम्मान करते हैं, जिनमें कोलकाता के आर्कबिशप भी शामिल हैं... मेरा मानना है कि उन्होंने जो भी कहा है, बिल्कुल सही कहा है..."
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गौरतलब है कि दिल्ली के सभी चर्चों के नाम लिखे खत में दिल्ली के आर्कबिशप अनिल कूटो ने प्रार्थना अभियान चलाने तथा प्रत्येक सप्ताह में एक दिन 'देश की खातिर' उपवास रखने के लिए कहा है. पत्र के साथ एक प्रार्थना भी भेजी गई, जिसे उनके अनुसार साप्ताहिक सामूहिक प्रार्थना सभा में पढ़ा जाना चाहिए.
आर्कबिशप ने पत्र की शुरुआत में ही लिखा था, "हम एक 'अशांत राजनैतिक वातावरण' देख रहे हैं, जो हमारे संविधान में निहित लोकतांत्रिक सिद्धांतों तथा हमारे देश के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप के लिए खतरा है..." खत में लिखा गया है, "देश तथा राजनेताओं के लिए हमेशा प्रार्थना करना हमारी प्रतिष्ठित परम्परा है, लेकिन आम चुनाव की ओर बढ़ते हुए यह और भी ज़रूरी हो जाता है... अब जब हम 2019 की ओर देखते हैं, जब हमारे पास नई सरकार होगी, तो आइए, हम देश के लिए 13 मई से शुरू करते हैं एक प्रार्थना अभियान..."
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इस खत के साथ एक प्रार्थना भी भेजी गई है, जिसे सामूहिक प्रार्थना सभा में पढ़ने की हिदायत दी गई है. प्रार्थना में कहा गया है, "परमात्मा करे, हमारे चुनाव पर पूरे सम्मान के साथ वास्तविक लोकतंत्र की परछाई बनी रहे, ईमानदार देशभक्ति की लौ हमारे राजनेताओं की अंतरात्मा को प्रकाशित करे... यही हमारी पुकार है, आसमानी पिता (परमात्मा), मुश्किल की इन घड़ियों में, जब बादलों ने सच, न्याय तथा स्वतंत्रता की रोशनी को ढक लिया है..." आर्कबिशप कार्यालय ने इस प्रार्थना के पीछे कोई भी राजनैतिक उद्देश्य होने से इंकार किया है, और कहा है कि यह चुनाव से पहले हमेशा होता आया है.
(इनपुट ANI से)
We respect all communities, castes & Archbishops across the country, including that of Kolkata. I think whatever they said, they correctly said. It's a fact: West Bengal CM Mamata Banerjee on Delhi Archbishop's letter to priests asking to "pray for country" ahead of '19 elections pic.twitter.com/f0G75phL5h
— ANI (@ANI) May 22, 2018
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गौरतलब है कि दिल्ली के सभी चर्चों के नाम लिखे खत में दिल्ली के आर्कबिशप अनिल कूटो ने प्रार्थना अभियान चलाने तथा प्रत्येक सप्ताह में एक दिन 'देश की खातिर' उपवास रखने के लिए कहा है. पत्र के साथ एक प्रार्थना भी भेजी गई, जिसे उनके अनुसार साप्ताहिक सामूहिक प्रार्थना सभा में पढ़ा जाना चाहिए.
आर्कबिशप ने पत्र की शुरुआत में ही लिखा था, "हम एक 'अशांत राजनैतिक वातावरण' देख रहे हैं, जो हमारे संविधान में निहित लोकतांत्रिक सिद्धांतों तथा हमारे देश के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप के लिए खतरा है..." खत में लिखा गया है, "देश तथा राजनेताओं के लिए हमेशा प्रार्थना करना हमारी प्रतिष्ठित परम्परा है, लेकिन आम चुनाव की ओर बढ़ते हुए यह और भी ज़रूरी हो जाता है... अब जब हम 2019 की ओर देखते हैं, जब हमारे पास नई सरकार होगी, तो आइए, हम देश के लिए 13 मई से शुरू करते हैं एक प्रार्थना अभियान..."
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इस खत के साथ एक प्रार्थना भी भेजी गई है, जिसे सामूहिक प्रार्थना सभा में पढ़ने की हिदायत दी गई है. प्रार्थना में कहा गया है, "परमात्मा करे, हमारे चुनाव पर पूरे सम्मान के साथ वास्तविक लोकतंत्र की परछाई बनी रहे, ईमानदार देशभक्ति की लौ हमारे राजनेताओं की अंतरात्मा को प्रकाशित करे... यही हमारी पुकार है, आसमानी पिता (परमात्मा), मुश्किल की इन घड़ियों में, जब बादलों ने सच, न्याय तथा स्वतंत्रता की रोशनी को ढक लिया है..." आर्कबिशप कार्यालय ने इस प्रार्थना के पीछे कोई भी राजनैतिक उद्देश्य होने से इंकार किया है, और कहा है कि यह चुनाव से पहले हमेशा होता आया है.
(इनपुट ANI से)
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