
ममता बनर्जी (फाइल फोटो)
कोलकाता:
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बैंकों से नकदी निकासी पर लगे प्रतिबंध पर आज सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार आसानी से लोगों के आर्थिक अधिकारों को ‘छीन नहीं’ सकती.
बनर्जी ने सवाल किया, ‘मोदी बाबू, लोग भिखारी नहीं हैं, नकदी निकासी पर अब भी प्रतिबंध क्यों है?’’ उन्होंने एक बयान में कहा, अब 50 दिन पूरे हो गए हैं. आप लोगों को उनकी गाढ़ी कमाई के पैसे निकालने के लिए कैसे मना कर सकते हैं? कोई सरकार लोगों के आर्थिक अधिकारों को नहीं छीन सकती. उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा था कि 1 जनवरी से एटीएम के जरिये नकदी निकासी की सीमा बढ़ाकर 4,500 रुपये प्रतिदिन कर दी गई है. अभी तक प्रतिदिन एटीएम के जरिये मात्र 2,500 रुपये ही निकाले जा सकते थे. हालांकि बैंकों एवं एटीएम के जरिये साप्ताहिक कुल 24,000 रुपये निकालने की सीमा अभी भी बरकरार हैं. छोटे कारोबारियों के लिए यह सीमा 50,000 रुपये है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बनर्जी ने सवाल किया, ‘मोदी बाबू, लोग भिखारी नहीं हैं, नकदी निकासी पर अब भी प्रतिबंध क्यों है?’’ उन्होंने एक बयान में कहा, अब 50 दिन पूरे हो गए हैं. आप लोगों को उनकी गाढ़ी कमाई के पैसे निकालने के लिए कैसे मना कर सकते हैं? कोई सरकार लोगों के आर्थिक अधिकारों को नहीं छीन सकती. उल्लेखनीय है कि भारतीय रिजर्व बैंक ने कहा था कि 1 जनवरी से एटीएम के जरिये नकदी निकासी की सीमा बढ़ाकर 4,500 रुपये प्रतिदिन कर दी गई है. अभी तक प्रतिदिन एटीएम के जरिये मात्र 2,500 रुपये ही निकाले जा सकते थे. हालांकि बैंकों एवं एटीएम के जरिये साप्ताहिक कुल 24,000 रुपये निकालने की सीमा अभी भी बरकरार हैं. छोटे कारोबारियों के लिए यह सीमा 50,000 रुपये है.
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