अंबानी धमकी केस का मामला गाड़ी में विस्फोटक मिलने से लेकर महाराष्ट्र के महाविकास अघाड़ी की सरकार में इस्तीफे तक पहुंच गया है. सोमवार को यह मुद्दा लोकसभा में भी उठा है. भारतीय जनता पार्टी ने जोर-शोर से सदन में इस मुद्दे पर सवाल किए हैं. वहीं, शिवसेना ने इसे सरकार को गिराने की साजिश बताया है. उधर, गृहमंत्री अनिल देशमुख पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर उनके इस्तीफे की मांग भी हो रही है. रविवार को गठबंधन के एक नेता ने जहां इस्तीफे की बात की थी, वहीं नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के चीफ शरद पवार ने उनके खिलाफ लगे आरोपों को गंभीर बताते हुए, इनके सामने आने की टाइमिंग पर सवाल उठाया था. एनसीपी नेता ने इस्तीफे की बात ही खारिज कर दी थी. हालांकि शिवसेना भी इस्तीफे को लेकर अपना सुर बदलती दिख रही है. आज पार्टी के सांसद संजय राउत ने कहा कि अगर सबका इस्तीफा ही लेते रहे, तो सरकार चलाना मुश्किल हो जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि आखिरी फैसला कैबिनेट लेवल पर लिया जाएगा.
- अनिल देशमुख पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों का मुद्दा आज लोकसभा और राज्यसभा में उठाया गया. बीजेपी के कई नेताओं ने सदन में इस मुद्दे को अति गंभीर बताते हुए इसपर सवाल किया. कई बीजेपी सांसदों ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे काे इस्तीफे की मांग की.
- राज्यसभा में भी सत्तापक्ष के सदस्यों ने इस घटनाक्रम को लेकर हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही 12 बजकर करीब 10 मिनट पर दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. सत्तापक्ष के कई सदस्यों ने शून्यकाल में भी इस मुद्दे को उठाने का प्रयास किया। लेकिन सभापति एम वेंकैया नायडू ने इसकी अनुमति नहीं दी.
- लोकसभा में बीजेपी के मनोज कोटक ने 100 करोड़ का मुद्दा उठाया. वहीं, पार्टी के सांसद राकेश सिंह ने सदन में कहा कि 'महाराष्ट्र में बेमेल गठबंधन की सरकार है. क्या वजह है अब गृह मंत्री को बचाया जा रहा है. इसकी निष्पक्ष जांच केंद्रीय एजेंसी से करानी चाहिए.' उन्होंने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग भी की.
- वहीं बीजेपी सांसद कपिल मोरेश्वर पाटिल ने आरोप लगाते हुए कहा कि 'हो सकता है कि गृहमंत्री ने बोला हो कि मैं इस्तीफा दूंगा तो बाकियों के नाम लूंगा.'
- बीजेपी सांसद पूनम महाजन ने लोकसभा में कहा कि 'महाराष्ट्र में केवल मुंबई में 100 करोड़ की बात तो फिर बाकी जगहों से कितना ले रहे होंगे एनसीपी के गृहमंत्री? कौन किसकी चाकरी कर रहा है? शिवसेना को समझ मे आ रहा है कि उसको मिर्ची लगी है.
- केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने राज्यसभा में कहा कि महाराष्ट्र में पुलिस पर आरोप लगे हैं. इस बीच ट्रेजरी बेंच ने 'महाराष्ट्र सरकार बर्खास्त करो' के नारे लगे. हालांकि, सभापति ने ट्रेजरी बेंच को यह मुद्दा उठाने की अनुमति नहीं दी.
- बचाव में शिवसेना नेता विनायक राउत ने कहा कि 'सरकार को अस्थिर करने की कोशिश हो रही है. परमबीर सिंह की चिट्ठी को लेकर जो सवाल कर रहे है, आखिर ये हैं कौन? वो सबसे ज्यादा भ्रष्ट हैं.
- वहीं कांग्रेस नेता रवनीत सिंह बिट्टू ने आरोप लगाया कि राज्य में मध्य प्रदेश जैसी स्थिति पैदा करने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने कहा कि 'महाराष्ट्र में मध्यप्रदेश जैसा हाल करने की कोशिश हो रही है. क्यों बार-बार अफसर बच जाते हैं?'
- बता दें कि महाराष्ट्र की महाविकास अघाड़ी की सरकार के भविष्य को लेकर आज दिल्ली में एक अहम मीटिंग होनी है. 16 महीनों की सरकार इस संकट का सामना कर रही है. शिवसेना ने रविवार को इस्तीफे की ओर झुकाव दिखाया थ, लेकिन आज पार्टी के सुर बदल गए हैं और पार्टी का कहना है कि जब इस चिट्ठी की जांच पर सहमति बन गई है तो फिर इस्तीफे की बात क्यों करनी.
- अंबानी धमकी केस में गाड़ी में विस्फोटक मिलने और फिर गाड़ी के संभावित मालिक मनसुख हीरेन की संदिग्ध मौत की जांच चल रही है. मामले में 'अक्षम्य गलतियां' करने के आरोप में मुंबई पुलिस के आयुक्त परमबीर सिंह को होमगार्ड विभाग में ट्रांसफर कर दिया गया था, जिसके बाद उन्होंने सीएम को एक चिट्ठी लिखकर देशमुख पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे और कहा था कि उन्होंने कई पुलिस अफसरों के सामने 100 करोड़ के वसूली का लक्ष्य रखा था.