महानिर्वाणी अखाड़ा ने उत्तराखंड सरकार से कुंभ सहायता राशि लेने से इनकार किया

कुंभ में महानिर्वाणी अखाड़े द्वारा अपने संसाधनों से ही पेशवाई से लेकर शाही स्नान समेत तमाम धार्मिक कार्यक्रम सम्पन्न कराए जा रहे

महानिर्वाणी अखाड़ा ने उत्तराखंड सरकार से कुंभ सहायता राशि लेने से इनकार किया

प्रतीकात्मक फोटो.

हरिद्वार:

नागा सन्यासियों के प्रमुख अखाड़ों में से एक महानिर्वाणी अखाड़े (Mahanirvani Akhada) ने हरिद्वार के कुंभ (Kumbh) मेले में बड़ी मिसाल पेश करते हुए उत्तराखंड राज्य सरकार द्वारा इस मेले के लिए दी जाने वाली एक करोड़ रूपये की कुम्भ सहायता राशि को लेने से इनकार कर दिया है. महानिर्वाणी अखाड़े द्वारा अपने संसाधनों से ही पेशवाई से लेकर शाही स्नान समेत तमाम धार्मिक कार्यक्रम सम्पन्न कराए जा रहे हैं.

राज्य सरकार द्वारा सभी 13 अखाड़ों को एक- एक करोड़ रूपये की कुम्भ सहायता राशि दी गई है जिससे वे कुम्भ में अपने और अपने साधू- संतों, श्रद्धालुओं के रहन सहन आदि पर खर्च कर सकें . मेला अधिष्ठान के माध्यम से अखाड़ों ने यह राशि प्राप्त भी कर ली है. कई अखाड़ों ने तो इस राशि को बढ़ाने की मांग की है लेकिन महानिर्वाणी अखाड़े ने इस राशि को लेने से ही इनकार कर दिया.

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महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव महंत रवीन्द्र पुरी महाराज ने इस संबंध में कहा कि उत्तराखंड सरकार को समय समय पर अखाडा मुख्यमंत्री राहत कोष के माध्यम से सहायता राशि देता रहता है और ऐसे में राज्य सरकार के इस दान को स्वीकार नहीं किया जा सकता.



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