नई दिल्ली:
चुनाव आयोग ने गुजरात चुनाव से ठीक पहले सब्सिडी वाले रसोई गैस सिलेन्डरों की संख्या में बढ़ोतरी किए जाने संबंधी पेट्रोलियम मंत्री एम वीरप्पा मोइली के बयान पर कड़ी असहमति जताते हुए उनसे भविष्य में सावधानी बरतने को कहा है।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने पेट्रोलियम मंत्री द्वारा इस सिलसिले में की गई घोषणा को लेकर उनसे सुबह तक इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा था।
आयोग ने इस मुद्दे पर मोइली के जवाब पर विचार करने के बाद कहा कि उनके द्वारा की गई घोषणा चुनाव आचार संहिता की भावना का स्पष्ट उल्लंघन है लेकिन उन्हें चेतावनी देकर छोड़ा जाता है।
आयोग ने अपने आदेश में कहा, ‘आयोग आपकी उपरोक्त कार्रवाई पर अपनी कड़ी असहमति जाहिर करता है और आपको आगाह
करता है कि आप भविष्य में सावधानी बरतें।’
आयोग ने अपने आदेश में कहा कि मंत्री का यह बयान कि सब्सिडी वाले सिलिंडरों की संख्या बढ़ाई जाएगी, वित्तीय मदद देने की घोषणा जैसा है और यह आदर्श चुनाव आचार संहिता की भावना का स्पष्ट उल्लंघन है।
आयोग ने कहा कि इस तरह के बयान का गुजरात के मतदाताओं के मन पर प्रभाव पड़ सकता है जहां 13 और 17 दिसम्बर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने पेट्रोलियम मंत्री द्वारा इस सिलसिले में की गई घोषणा को लेकर उनसे सुबह तक इस बारे में स्पष्टीकरण मांगा था।
आयोग ने इस मुद्दे पर मोइली के जवाब पर विचार करने के बाद कहा कि उनके द्वारा की गई घोषणा चुनाव आचार संहिता की भावना का स्पष्ट उल्लंघन है लेकिन उन्हें चेतावनी देकर छोड़ा जाता है।
आयोग ने अपने आदेश में कहा, ‘आयोग आपकी उपरोक्त कार्रवाई पर अपनी कड़ी असहमति जाहिर करता है और आपको आगाह
करता है कि आप भविष्य में सावधानी बरतें।’
आयोग ने अपने आदेश में कहा कि मंत्री का यह बयान कि सब्सिडी वाले सिलिंडरों की संख्या बढ़ाई जाएगी, वित्तीय मदद देने की घोषणा जैसा है और यह आदर्श चुनाव आचार संहिता की भावना का स्पष्ट उल्लंघन है।
आयोग ने कहा कि इस तरह के बयान का गुजरात के मतदाताओं के मन पर प्रभाव पड़ सकता है जहां 13 और 17 दिसम्बर को विधानसभा चुनाव होने वाले हैं।
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