Covid-19 Pandemic: कोरोना वायरस की महामारी के बीच बिहार में सियासी आरोपों-प्रत्यारोपों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. राज्य में इसी वर्ष विधानसभा चुनाव चुनाव होने हैं, ऐसे में विपक्षी पार्टी, सरकार को निशाना बनाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं रख रही. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू यादव ने राज्य में उद्योगों को लाने में विफल रहने के लिए नीतीश कुमार की सरकार पर निशाना साधा. लालू यादव (Lalu Prasad Yadav) ने एक ट्वीट करके कहा, ' यूपीए सरकार में हमने विकासकार्यों के लिए बिहार को 1 लाख 44 हज़ार करोड़ रुपये की धनराशि दिलाई. 60 हज़ार करोड़ का रेल कारखाना दिया. हमारे दिए पैसे से नीतीश कुमार ने मुंह चमकाया, जब ख़ुद NDA में थे बिहार को फूटी कौड़ी भी नहीं दिलाई. विकास कार्यों में हमने कभी संकीर्ण राजनीति नहीं की.'
गौरतलब है कि जब केंद्र में मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार सत्तारूढ़ थी, उस समय लालू देश के रेल मंत्री थी. उन्होंने अपने ट्वीट में बतौर रेल मंत्री, बिहार को दी गई सौगातों का जिक्र किया है. यह अजब संयोग है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार में देश के रेल मंत्री का पद संभाल चुके हैं.
UPA सरकार में हमने विकास कार्यों के लिए बिहार को 1 लाख 44 हज़ार करोड़ की धनराशि दिलाई। 60 हज़ार करोड़ का रेल कारखाना दिया। हमारे दिए पैसे से नीतीश ने मुँह चमकाया, ख़ुद NDA में थे बिहार को फूटी कौड़ी नहीं दिलाई। विकास कार्यों में हमने कभी संकीर्ण राजनीति नहीं की। #industryinbihar pic.twitter.com/TTGECRZ4Nk
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) May 20, 2020
गौरतलब है कि इससे पहले, बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और लालू यादव के बेटे तेजस्वी और तेजप्रताप यादव भी प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर नीतीश सरकार पर निशाना साध चुके हैं. जब कोरोना वायरस की महामारी के कारण बिहार के प्रवासी मजदूर दूसरे राज्यों में फंसे हुए थे तब राष्ट्रीय जनता दल (RJD) नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने इन मजदूरों को उनके घर तक लाने के मामले में बिहार सरकार पर निशाना साधा था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं