ललित मोदी ने सुषमा स्वराज के पति को दिया था बोर्ड में शामिल होने का ऑफर

ललित मोदी ने सुषमा स्वराज के पति को दिया था बोर्ड में शामिल होने का ऑफर

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज अपने पति स्वराज कौशल के साथ (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

ललित मोदी प्रकरण में ताजा खुलासे के मुताबिक, इस पूर्व आईपीएल बॉस और उद्योगपति ने सुषमा स्वराज द्वारा दी गई मदद के बदले उनके पति स्वराज कौशल को अपनी कंपनी इंडोफिल में अपनी जगह बोर्ड में शामिल होने का ऑफर दिया था, हालांकि स्वराज कौशल ने इस ऑफ़र को ठुकरा दिया था।

एनडीटीवी को अप्रैल महीने में ललित मोदी द्वारा स्वराज कौशल को भेजा गया वह ई-मेल मिला है, जिसमें मोदी ने स्वराज कौशल से कहा है कि वह उनकी जगह एक ऑलटरनेट डायरेक्टर के तौर पर उनकी कंपनी के लिए काम करें।

अगर ऐसा होता तो ललित मोदी की कंपनी की बोर्ड मीटिंग्स में उनकी जगह स्वराज कौशल बोर्ड सदस्य की हैसियत से शामिल होते।

घेरने की तैयारी
लंबे समय से ललित मोदी के वकील रह चुके स्वराज कौशल ने इस ऑफ़र को ठुकरा दिया था, लेकिन कांग्रेस ललित मोदी द्वारा स्वराज कौशल को दिए गए इस ऑफ़र पर घेरने की पूरी तैयारी में है।

कांग्रेस के अनुसार, ललित मोदी द्वारा स्वराज को ऐसी पेशकश करना ही इस बात का सबूत है कि विदेशमंत्री और मोदी परिवार के बीच अनुचित नजदीकियां हैं।

कांग्रेस के टॉम वडक्करन ने तल्ख़ लहजे में कहा, 'मेरे ख़्याल से अब समय आ गया है कि विदेश मंत्री राष्ट्रीय गान गाएं और अपने पद से नीचे उतर जाएं।’

लेकिन आरोपों का जवाब देते हुए बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने कहा, ‘जब उन्होंने मोदी की पेशकश ठुकरा दी थी तब क्या दिक्कत है, स्वराज कौशल एक वकील हैं और उन्होंने ललित मोदी के साथ अपने पेशेवर रिश्तों को कभी छुपाने की कोशिश नहीं की है।’

भारत में वांछित
ललित मोदी पर भारत में भ्रष्टाचार के कई मामले दर्ज हैं और अब वह लंदन में रहते हैं। जून महीने की शुरुआत में तब हड़कंप मच गया था जब मीडिया में ये ख़बर आयी थी कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पिछले साल ब्रिटिश अधिकारियों से बातचीत कर मोदी और उनकी पत्नी को पुर्तगाल भेजने में मदद की थी।   

विपक्षी दल कांग्रेस का आरोप है, कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने पद का इस्तेमाल अपने पति के क्लाइंट और एक ऐसे अपराधी की मदद करने में किया, जो भारत से भागा हुआ है।

कांग्रेस इस मामले में सुषमा स्वराज के अलावा राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का भी इस्तीफ़ा मांग रही है।

वसुंधरा राजे पर लिखित रूप से ललित मोदी द्वारा ब्रिटिश अधिकारियों के सामने दी गई इमिग्रेशन की अर्ज़ी में उनका साथ देने का आरोप है।

ललित मोदी ने वसुंधरा के बेटे दुष्यंत सिंह की कंपनी के शेयरों में भी पैसे लगाए हैं।

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एनडीए सरकार ने इस मामले में सुषमा और वसुंधरा दोनों का साथ दिया है, लेकिन विपक्षी दल दोनों के इस्तीफ़े पर अड़े हैं। ऐसा न होने पर विपक्ष ने आगामी मॉनसून सत्र को न चलने देने की भी धमकी दी है।