नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को संबोधित करते हुए शुक्रवार सुबह 9 बजे बड़ी घोषणा की. गुरुनानक जयंती के पर्व पर प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार तीनों कृषि कानून वापस ले रही है. यह वही कानून हैं जिन्हें वापस लेने की मांग करते हुए देशभर के किसान पिछले साल से ही आंदोलन कर रहे थे और अपनी बात मनवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचे थे. पीएम मोदी ने किसानों से अपील की कि अब वे अपने घरों को लौट जाएं, खेतों में जाएं.
पीएम ने कहा कि 'हम अच्छे इरादों के साथ कृषि कानूनों में लाए थे, लेकिन हम किसानों को समझाने में असफल रहे हैं. उनमें से एक वर्ग कानूनों का विरोध करता रहा है. हमनें उन्हें भी शिक्षित करने और सूचित करने की कोशिश की लेकिन नाकाम रहे. हमने किसानों को समझाने की पूरी कोशिश की. हम भी कानूनों को संशोधित या निलंबित करने के लिए भी तैयार थे. मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुंचा. इसे देखते हुए हम कृषि कानूनों को निरस्त कर रहे हैं. हम किसानों से अपील करते हैं कि गुरु पूरब के इस पावन दिन अपने घरों को लौटें, अपने खेतों में जाएं.'
पीएम मोदी की इस घोषणा के बाद चारों ओर से इसपर प्रतिक्रियाएं आने लगी हैं. आप यहां इस पूरी खबर पर लाइव अपडेट्स देख सकते हैं.
Here are the LIVE Updates on Repeal of Three Farm Laws:
Delhi | Farmers celebrate #GuruNanakJayanti at Ghazipur on Delhi-UP border pic.twitter.com/sMXXlXH1io
- ANI (@ANI) November 19, 2021
Victory of farmers is a major setback to Sangh Parivar's strategy of dividing ppl through communalism & implementing capitalist agendas. This struggle gives ppl energy to hold on to the dream of a world where equality & brotherhood plays a crucial role: Kerala CM Pinarayi Vijayan pic.twitter.com/ecdNDCDwx7
- ANI (@ANI) November 19, 2021
मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने एनडीटीवी से बातचीत करते हुए कहा कि वे सरकार के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने यह फैसला लिया, हालांकि यह फैसल बहुत पहले ही ले लिया जाना चाहिए था.
अमित शाह कह चुके हैं कि 2024 में अगर मोदी को फिर पीएम बनाना है तो यूपी में 2022 में योगी को जिताना जरूरी है, लेकिन किसान आंदोलन के चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी को नुकसान की आशंका थी. लखीमपुर खीरी की घटना ने भी बीजेपी का नुकसान किया.
Whether it was fear of losing UP or finally facing up to conscience @BJP govt rolls back farm laws.
- Mahua Moitra (@MahuaMoitra) November 19, 2021
Just the beginning of many more victories for people's voices.
..उनपर लाठियाँ बरसायीं, उन्हें गिरफ़्तार किया।
- Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 19, 2021
अब चुनाव में हार दिखने लगी तो आपको अचानक इस देश की सच्चाई समझ में आने लगी - कि यह देश किसानों ने बनाया है, यह देश किसानों का है, किसान ही इस देश का सच्चा रखवाला है और कोई सरकार किसानों के हित को कुचलकर इस देश को नहीं चला सकती। 2/3
PM @narendramodi's announcement relating to the farm laws is a welcome and statesmanlike move.
- Amit Shah (@AmitShah) November 19, 2021
As the Prime Minister pointed out in his address, the Government of India will keep serving our farmers and always support them in their endeavours.
Arrogance loses.
- Derek O'Brien | ডেরেক ও'ব্রায়েন (@derekobrienmp) November 19, 2021
From hubris to on your knees.
Great news! Thankful to PM @narendramodi ji for acceding to the demands of every punjabi & repealing the 3 black laws on the pious occasion of #GuruNanakJayanti. I am sure the central govt will continue to work in tandem for the development of Kisani! #NoFarmers_NoFood @AmitShah
- Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) November 19, 2021
देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया।
- Rahul Gandhi (@RahulGandhi) November 19, 2021
अन्याय के खिलाफ़ ये जीत मुबारक हो!
जय हिंद, जय हिंद का किसान!#FarmersProtest https://t.co/enrWm6f3Sq
आज प्रकाश दिवस के दिन कितनी बड़ी ख़ुशख़बरी मिली। तीनों क़ानून रद्द। 700 से ज़्यादा किसान शहीद हो गए। उनकी शहादत अमर रहेगी। आने वाली पीढ़ियाँ याद रखेंगी कि किस तरह इस देश के किसानों ने अपनी जान की बाज़ी लगाकर किसानी और किसानों को बचाया था। मेरे देश के किसानों को मेरा नमन
- Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) November 19, 2021
आंदोलन तत्काल वापस नहीं होगा, हम उस दिन का इंतजार करेंगे जब कृषि कानूनों को संसद में रद्द किया जाएगा ।
- Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) November 19, 2021
सरकार MSP के साथ-साथ किसानों के दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करें : @RakeshTikaitBKU#FarmersProtest
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम संबोधन में तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की है. पीएम ने गुरुपर्व के मौके पर यह घोषणा करते हुए आंदोलन कर रहे किसानों से अपील की कि वो आंदोलन खत्म कर अपने घरों को लौट जाएं. पीएम ने यह भी बताया कि सरकार संसद के आने वाले शीतकालीन सत्र में इन कानूनों को वापस लेने की प्रक्रिया पूरी कर लेगी.