नई दिल्ली:
अन्ना हजारे के सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने आयकर विभाग के उस नोटिस को आधारहीन करार दिया है, जिसमें उन पर सरकारी सेवा में रहते हुए 2006 तक नौ लाख रुपये बकाया होने की बात कही गई है। शुक्रवार को संवाददाताओं से बातचीत में केजरीवाल ने कहा, "मैंने किसी नियम का उल्लंघन नहीं किया है। 2006 में जब मैंने सेवा से इस्तीफा दिया था तो मैंने सरकार से अपना बकाया मेरे भविष्य निधि से निकाल लेने के लिए लिखित में कहा था।" केजरीवाल के मुताबिक, सरकार ने बकाया नहीं निकाले और चार साल बाद तथा प्रभावी लोकपाल की मांग को लेकर अन्ना हजारे के अनशन शुरू करने से ठीक पहले इस मामले में उन्हें नोटिस जारी किया। उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा के सिवानी में उनके चाचा तथा दूसरे रिश्तेदारों को भी अधिकारी जांच के नाम पर परेशान कर रहे हैं। अधिकारी उन पर तथा उनके रिश्तेदारों पर अनियमितता का आरोप लगाते हुए लोगों से इस बारे में पूछताछ कर रहे हैं।