प्रतीकात्मक तस्वीर...
नई दिल्ली:
केंद्र सरकार ने गुरुवार को देश के उन 98 शहरों के नामों की घोषणा कर दी है, जिसका चुनाव स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के लिए किया गया है। इन नामों की घोषणा देशभर के शहरों के बीच प्रतियोगिता के बाद की गई है।
जिन शहरों को इस प्रतियोगिता का विजेता घोषित किया गया है, उनमें लखनऊ, पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी, अहमदाबाद, गांधीनगर, बड़ोदरा, ग्रेटर मुंबई, चेन्नई, कोयंबटूर, मदुरै, भागलपुर और मुज़फ्फरपुर शामिल हैं।
पहले चरण में इस प्रोजेक्ट के लिए जिन शहरों का चुनाव किया गया उनमें 24 राजधानियां, 24 बिज़नेस हब, 19 कल्चरल सेंटर शामिल हैं। पटना, बेंगलुरू, कोलकाता, तिरुअनंतपुरम और शिमला जैसे शहर पहले चरण में जगह बनाने में नाकाम रहे हैं।
हर राज्य को कम से कम से एक स्मार्ट सिटी मिलेगी, जो पीएम मोदी के शब्दों में, 'किसी भी विकसित यूरोपीय शहर जैसी बेहतर क्वालिटी वाला जीवन लोगों को दे पाने में सक्षम होगी।'
एक स्मार्ट सिटी का टैग पाने के लिए हर शहर का कई स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करना बेहद ज़रूरी है। इनमें सर्विस की सुविधाएं, मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर और शहर का ट्रैक रिकॉर्ड शामिल है। कई शहरों से आए प्रस्ताव में ये भी देखा गया कि उन्हें अमल करने में कितनी सफलता पाई गई।
सभी टॉप 20 शहरों को इस साल वित्तीय मदद दी जाएगी। जबकि जो शहर इस बार नहीं चुने गए हैं उनसे कहा जाएगा कि और मेहनत करें, अपनी कमियों पर ध्यान दें और दूसरे दौर की प्रतियोगिता की तैयारी में लग जाएं।
शहरी विकास मंत्रालय ने सभी राज्यों से एक तय कोटे के तहत शहरों के नाम मांगे गए थे। जम्मू-कश्मीर को छोड़कर बाक़ी सभी राज्यों ने शहरी विकास मंत्रालय को शहरों के नाम सौंप दिए है। जम्मू कश्मीर से एक शहर का नाम मांगा गया था, लेकिन राज्य सरकार ने दो शहरों जम्मू और श्रीनगर का प्रस्ताव रखा है। ऐसे में फ़िलहाल 99 शहरों का नाम फ़ाइनल हो चुका है। 100 स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सरकार ने 48,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
स्मार्ट सिटी की सूची में इन शहरों के नाम हैं : पोर्ट ब्लेयर, विशाखापट्टनम, तिरुपति, काकीनाडा, पासीघाट, गुवाहाटी, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बिहारशरीफ, चंडीगढ़, रायपुर, बिलासपुर, दिउ, सिलवासा, एनडीएमसी, पणजी, गांधीनगर, अहमदाबाद, सूरत, वडोडरा, राजकोट, दाहोद, करनाल, फरीदाबाद, धर्मशाला, रांची, मंगलुरु, बेलागावी, शिवामोगा, हुबली-धारवाड़, तुमकुरू, देवेनगिरी, कोच्चि, कावारत्ती, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, सतना, उज्जैन, नवी मुंबई, नासिक, ठाणे, ग्रेटर मुंबई, अमरावती, सोलापुर, नागपुर, कल्याण-डोंबीवली, औरंगाबाद, पुणे, इंफाल, शिलांग, आइजोल, कोहिमा, भुवनेश्वर, राउरकेला, आउलगारेत, लुधियाना, जालंधर, अमृतसर, जयपुर, उदयपुर, कोटा, अजमेर, नामची, तिरुचिरापल्ली, तिरुनेलवेली, दिंदीगुल, तांजावुर, तिरुप्पुर, सालेम, वेल्लोर, कोयंबटूर, मदुरै, इरोड, थूटुकुडी, चेन्नई, ग्रेटर हैदराबाद, ग्रेटर वारंगल, अगरतला, मुरादाबाद, अलीगढ़, सहारनपुर, बरेली, झांसी, कानपुर, इलाहाबाद, लखनऊ, वाराणसी, गाजियाबाद, अगरा, रामपुर, देहरादून, न्यू टाउन कोलकाता, बिधाननगर, दुर्गापुर और हल्दिया।
जिन शहरों को इस प्रतियोगिता का विजेता घोषित किया गया है, उनमें लखनऊ, पीएम मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी, अहमदाबाद, गांधीनगर, बड़ोदरा, ग्रेटर मुंबई, चेन्नई, कोयंबटूर, मदुरै, भागलपुर और मुज़फ्फरपुर शामिल हैं।
पहले चरण में इस प्रोजेक्ट के लिए जिन शहरों का चुनाव किया गया उनमें 24 राजधानियां, 24 बिज़नेस हब, 19 कल्चरल सेंटर शामिल हैं। पटना, बेंगलुरू, कोलकाता, तिरुअनंतपुरम और शिमला जैसे शहर पहले चरण में जगह बनाने में नाकाम रहे हैं।
हर राज्य को कम से कम से एक स्मार्ट सिटी मिलेगी, जो पीएम मोदी के शब्दों में, 'किसी भी विकसित यूरोपीय शहर जैसी बेहतर क्वालिटी वाला जीवन लोगों को दे पाने में सक्षम होगी।'
एक स्मार्ट सिटी का टैग पाने के लिए हर शहर का कई स्तर पर अच्छा प्रदर्शन करना बेहद ज़रूरी है। इनमें सर्विस की सुविधाएं, मौजूदा इंफ्रास्ट्रक्चर और शहर का ट्रैक रिकॉर्ड शामिल है। कई शहरों से आए प्रस्ताव में ये भी देखा गया कि उन्हें अमल करने में कितनी सफलता पाई गई।
सभी टॉप 20 शहरों को इस साल वित्तीय मदद दी जाएगी। जबकि जो शहर इस बार नहीं चुने गए हैं उनसे कहा जाएगा कि और मेहनत करें, अपनी कमियों पर ध्यान दें और दूसरे दौर की प्रतियोगिता की तैयारी में लग जाएं।
शहरी विकास मंत्रालय ने सभी राज्यों से एक तय कोटे के तहत शहरों के नाम मांगे गए थे। जम्मू-कश्मीर को छोड़कर बाक़ी सभी राज्यों ने शहरी विकास मंत्रालय को शहरों के नाम सौंप दिए है। जम्मू कश्मीर से एक शहर का नाम मांगा गया था, लेकिन राज्य सरकार ने दो शहरों जम्मू और श्रीनगर का प्रस्ताव रखा है। ऐसे में फ़िलहाल 99 शहरों का नाम फ़ाइनल हो चुका है। 100 स्मार्ट सिटी बनाने के लिए सरकार ने 48,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है।
स्मार्ट सिटी की सूची में इन शहरों के नाम हैं : पोर्ट ब्लेयर, विशाखापट्टनम, तिरुपति, काकीनाडा, पासीघाट, गुवाहाटी, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, बिहारशरीफ, चंडीगढ़, रायपुर, बिलासपुर, दिउ, सिलवासा, एनडीएमसी, पणजी, गांधीनगर, अहमदाबाद, सूरत, वडोडरा, राजकोट, दाहोद, करनाल, फरीदाबाद, धर्मशाला, रांची, मंगलुरु, बेलागावी, शिवामोगा, हुबली-धारवाड़, तुमकुरू, देवेनगिरी, कोच्चि, कावारत्ती, भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, सागर, सतना, उज्जैन, नवी मुंबई, नासिक, ठाणे, ग्रेटर मुंबई, अमरावती, सोलापुर, नागपुर, कल्याण-डोंबीवली, औरंगाबाद, पुणे, इंफाल, शिलांग, आइजोल, कोहिमा, भुवनेश्वर, राउरकेला, आउलगारेत, लुधियाना, जालंधर, अमृतसर, जयपुर, उदयपुर, कोटा, अजमेर, नामची, तिरुचिरापल्ली, तिरुनेलवेली, दिंदीगुल, तांजावुर, तिरुप्पुर, सालेम, वेल्लोर, कोयंबटूर, मदुरै, इरोड, थूटुकुडी, चेन्नई, ग्रेटर हैदराबाद, ग्रेटर वारंगल, अगरतला, मुरादाबाद, अलीगढ़, सहारनपुर, बरेली, झांसी, कानपुर, इलाहाबाद, लखनऊ, वाराणसी, गाजियाबाद, अगरा, रामपुर, देहरादून, न्यू टाउन कोलकाता, बिधाननगर, दुर्गापुर और हल्दिया।
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