जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में 5 जनवरी को छात्रों के साथ हुई हिंसा को लेकर गुरुवार को JNU छात्र संघ और JNU के शिक्षक एसोसिएशन ने विरोध मार्च निकाला. इस मार्च में JNU छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष और सीपीआई के नेता कन्हैया कुमार भी शामिल हुए. दिल्ली में मंडी हाउस से मानव संसाधन विकास मंत्रालय तक निकाले गए इस मार्च के दौरान कन्हैया कुमार ने बीजेपी और खास कर गृहमंत्री अमित शाह पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि देश के गृहमंत्री हमे टुकड़े-टुकड़े गिरोह कहकर बुलाते हैं. तो मैं उनको बस इतना बता देना चाहता हूं कि हम देश के टुकड़े नहीं बल्कि बीजेपी के टुकड़े करेंगे.
JNU में बोले कन्हैया कुमार- सरकार ने गलती कर दी, उसने बुद्धिमान और मेहनती दुश्मन को चुन लिया
कन्हैया कुमार ने इस दौरान कहा कि जेएनयू कहता है कि इस देश में जनता की चुनी हुई सरकार है, जनता ने टैक्स दिया है. सरकार जो प्राइवेट जहाज पर उड़ती है, जो अपने दोस्तों को बड़े ठेके दिलाती है. उस सरकार की जिम्मेदारी है कि वह सरकार शिक्षण संस्थान को बचाए, रेलवे को बचाए. राष्ट्रवाद के नाम पर सरकार राष्ट्रीय संपत्ति को बेचना बंद करे. कन्हैया ने कहा कि आपको (केंद्र सरकार) क्या लगता है कि कभी आप रिजर्वेशन को गाली देकर , कभी मारिट का तर्क लाकर हमारी लड़ाई गुमराह कर देंगे. हम आपसे बहस के लिए तैयार हैं. मेरिट ये होता है कि इस विश्वविद्याय में गरीब से गरीब बच्चे अपने मेरिट से यहां पढ़ने आ सकें.
दीपिका पादुकोण पहुंची जेएनयू, कन्हैया कुमार ने कहा- हम नहीं देख पाए
कन्हैया कुमार ने कहा कि जेएनयू सिर्फ आज की पीढ़ी के लिए नहीं लड़ता है. वह आगे की पीढ़ी के लिए लड़ता है. हम सिर्फ अपने लिए नहीं जीना सीखते हैं. कन्हैया ने कहा कि इस देश का संविधान सभी नागरिकों को पढ़ने और सपने देखने का अधिकार देता है. आप हमारे सपने को मार देना चाहते हैं, हम नहीं मरने देंगे अपने सपने. आपको भ्रम हैं कि पुलिस से पिटवा कर हम इनको रोक देंगे.
कुछ दिन पहले ही भाकपा नेता एवं जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा था कि जेएनयू सदैव उन मुद्दों की चर्चा करता है जिनकी खबर भी नहीं बनती. सरकार ने गलती कर दी है. उन्होंने एक बुद्धिमान और मेहनती शत्रु को चुन लिया है.' उन्होंने कहा था कि जब उन्हें ‘‘टुकड़े टुकड़े गैंग'' का नेता कहा जाता है तो वह गौरवान्वित महसूस करते हैं.
दीपिका पादुकोण पहुंची जेएनयू, कन्हैया कुमार ने कहा- हम नहीं देख पाए
वहीं, बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रों पर हुए हमले के बाद छात्रों के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए मंगलवार को जेएनयू पहुंची लेकिन उन्होंने वहां मौजूद लोगों को संबोधित नहीं किया. दीपिका शाम सात बज कर 40 मिनट पर विश्वविद्यालय परिसर पहुंची और उन्होंने एक जनसभा में हिस्सा लिया. यह बैठक रविवार को परिसर में छात्रों और शिक्षकों पर हुए हमले पर बातचीत के लिए जेएनयू शिक्षक संघ और जेएनयूएसयू ने बुलाई थी. जेएनयूएसयू के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार जिस वक्त आजादी के नारे लगा रहे थे दीपिका खड़ी हो गईं और जब तक जेएनयूएसयू नेता आइशी घोष ने बोलना शुरू किया दीपिका जा चुकी थीं.
मौजूद लोगों को संबोधित नहीं करने के दीपिका के निर्णय पर घोष ने टिप्पणी की,‘‘जब आप एक हस्ती हैं तो आपको बोलना चाहिए.' जेएनयूटीए सचिव सुरजीत मजूमदार ने कहा कि दीपिका छात्रों के प्रति एकजुटता दिखाने यहां आईं थीं. राष्ट्रीय राजधानी में अपनी आगामी फिल्म ‘छपाक' का प्रमोशन करने आईं 34 वर्षीय अभिनेत्री ने सोमवार को कहा था कि यह जरूरी है कि लोग बदलाव लाने के लिए अपने विचार व्यक्त करें.
दीपिका ने सोमवार रात ‘एनडीटीवी इंडिया' से कहा, ‘यह देखकर मुझे गर्व होता है कि हम अपनी बात कहने से डरे नहीं हैं... चाहे हमारी सोच कुछ भी हो, लेकिन मेरे ख्याल से हम देश और इसके भविष्य के बारे में सोच रहे हैं, ये अच्छी बात है.' ‘छपाक' की निर्देशक मेघना गुलजार ने कहा कि वह लोगों की पीड़ा महसूस कर सकती हैं, हालांकि मुद्दों की उन्हें अच्छी जानकारी नहीं है.
मेघना ने कहा, ‘निश्चित रूप से (हमारे भी) विचार हैं. हम भी इसी समाज में रहते हैं, इसलिए हम प्रतिक्रिया देंगे. दुर्भाग्य से हमारे पास पूरी जानकारी नहीं है, इसलिए इस वक्त टिप्पणी नहीं की जा सकती. लेकिन पीड़ा है, जागरूकता है.' उन्होंने कहा, 'मैं उम्मीद करती हूं कि अमन का माहौल बन जाए.'
VIDEO: रवीश कुमार का प्राइम टाइम: समर्थन देने JNU पहुंची दीपिका पादुकोण
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