
बिहार में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Polls) से पहले महागठबंधन को बड़ा झटका देते हुए नाता तोड़ दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री मांझी का महागठबंधन से मोहभंग हो चुका हैं. ये सब जानते हैं. वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के साथ वापस जा रहे हैं. इस दिशा में कदम उठाते हुए हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने बृहस्पतिवार को विधिवत रूप से महागठबंधन से नाता तोड़ लिया.
मांझी ने महागठबंधन में रहने के लिए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के सामने कई शर्तें रखी थी, लेकिन नीतीश कुमार से उनकी बढ़ती नज़दीकी के खबरों कें बीच तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने उनकी किसी भी मांग को गंभीरता से नहीं लिया. बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक होने के चलते मांझी ने आज यह फ़ैसला ले लिया है. अब अगले कुछ दिनो में वो पहले एनडीए में वापस जाने की घोषणा करेंगे.
कहा जा रहा है कि चुनाव बाद उनके विधान पार्षद पुत्र को नीतीश कुमार अपने मंत्रिमंडल में शामिल भी कर सकते हैं. मांझी के वापस एनडीए में जाने से राज्य की दलित राजनीति और गरमाएगी, क्योंकि जहां राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के दलित नेता नीतीश कुमार पर दलित समाज के हितों की अनदेखी का आरोप लगा रहे हैं वहीं मांझी अब नीतीश के बचाव में मोर्चा सम्भालेंगे.
बिहार में विधानसभा की कुल 243 सीटों के लिए इस साल के नवंबर में चुनाव होने की संभावना है. भाजपा राज्य में जदयू और लोजपा के साथ गठबंधन में है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार की सत्ता में वापसी की उम्मीद कर रही है. एनडीए का राजद, कांग्रेस और वामपंथी दलों के गठबंधन के साथ सीधे मुकाबले की उम्मीद की जा रही है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं