महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा और उनके विधायक पति रवि राणा के खिलाफ की गई पुलिस कार्रवाई का मंगलवार को बचाव करते हुए गुजरात के विधायक जिग्नेश मेवाणी की गिरफ्तारी का जिक्र किया. हनुमान चालीसा विवाद को लेकर गिरफ्तार राणा दंपती पर शत्रुता को बढ़ावा देने और राजद्रोह की धाराएं लगाई गई हैं. पाटिल ने कहा कि केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ट्वीट करने के आरोप में पिछले सप्ताह असम पुलिस ने विधायक जिग्नेश मेवाणी को भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं और आईटी अधिनियम के अंतर्गत गिरफ्तार कर लिया.
उन्होंने कहा, ''जिग्नेश मेवाणी ने सिर्फ प्रधानमंत्री के खिलाफ ट्वीट किया था लेकिन उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. मुंबई पुलिस ने भी कानून सम्मत कार्रवाई करते हुए राणा दंपती के खिलाफ कार्रवाई शुरू की.'' मंत्री ने एक स्थानीय चैनल से बातचीत में कहा, '' इस मामले में (राणा दंपती के खिलाफ) राजद्रोह का मामला बनता है, इसलिए इसे लागू किया गया है.'
वहीं अमरावती की सांसद नवनीत राणा (Navneet Rana) की गिरफ्तारी के मामले पर केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने महाराष्ट्र सरकार से रिपोर्ट मांगी है. महाराष्ट्र सरकार को 24 घंटे में जवाब देने के लिए कहा गया है. बताते चलें कि नवनीत राणा ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक पत्र लिखकर कहा था कि मुंबई पुलिस द्वारा की गई उनकी गिरफ्तारी 'अवैध' है. उन्होंने पुलिस हिरासत में 'अमानवीय व्यवहार' का भी आरोप लगाया गया था. सांसद द्वारा लिखे गए पत्र पर गृह मंत्रालय की ओर से महाराष्ट्र के डीजीपी और मुख्य सचिव को पत्र लिखकर पूरी जानकारी मांगी गई है.
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