कोविड-19 के संक्रमण से बचने के झारखंड में लॉकडाउन (Lockdown) किया गया है. सरकार ने तमाम निजी स्कूलों के साथ सरकारी स्कूलों को भी बंद कर दिया है, लेकिन शिक्षा बाधित नहीं हो इसके लिए अब निजी और सरकारी स्कूलों के बच्चों को एंड्रॉयड फोन के जरिये पढ़ाया जा रहा है. हालांकि, दुर्भाग्य की बात यह है कि गांव के गरीब बच्चों के पास एंड्रॉयड फोन नहीं होने की वजह से वे पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं. इस स्थिति को देखते हुए दुमका जिले के सरकारी स्कूलों के टीचरों ने बच्चों को पढ़ाने के लिए एक नया तरीका निकाला है.
दुमका के सरकारी स्कूलों के शिक्षकों ने इन गरीब बच्चों को शिक्षित करने के लिए एक अनूठी पहल की और बच्चों को लाडड स्पीकर के माध्यम से शिक्षा देने का प्रयास किया है. गांव में लाउड स्पीकर लगाकर बच्चों को शिक्षित किया जा रहा है. जिले की डीसी राजेश्वरी बी ने भी इस अनूठी पहल को सराहते हुए ऐसी शिक्षा को शिक्षकों को धन्यवाद दिया है.
उन्होंने कहा कि यह बहुत अच्छी पहल है. टीचरों द्वारा ऐसे मुश्किल हालात में बच्चों को लाउडस्पीकर से पढ़ाये जाने की पहल की हम सराहना करते हैं. इस पहल से बच्चों के अभिभावकों को भी यह पता चल रहा है कि उनके बच्चे क्या पढ़ रहे हैं, जिसका ग्रामीण क्षेत्रों में सामान्यत: अभाव रहता है. मैं आग्रह करती हूं कि और शिक्षकों को भी इस तरह का प्रयास करना चाहिए.
वहीं, स्कूल के प्रधानाध्यापक श्याम किशोर सिंह ने कहा, "हमारे यहां 246 छात्रों में से सिर्फ 42 के पास एंड्रॉयड फोन है. कई बार हमने देखा की बच्चे फोन खोल नहीं पा रहे हैं इसलिए हमने सोचा कि क्यों न लाउड स्पीकर लगा दिया जाये. उन्होंने बच्चे इस तरह की पढ़ाई को लेकर काफी उत्साहित हैं. छात्र सवाल कैसे पूछते हैं? इसके जवाब में सिंह ने बताया कि ''छात्र फोन के जरिये हमसे सवाल पूछते हैं.''
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं