
पटना:
बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल-यूनाइटेड (जदयू) गठबंधन के नेताओं के बयानबाजी और पल-पल आक्रामक होते बयानों से यह तय माना जा रहा है कि 17 वर्ष पुराने इस गठबंधन में गांठ पड़ चुकी है और अब केवल औपचारिक घोषणा का इंतजार है। वैसे, अब नेताओं के आक्रामक तेवर ने शायराना अंदाज ने ले लिया है। गठबंधन में शामिल नेता अब शायरी के जरिए एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा की चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष नरेंद्र मोदी को बनाए जाने और फिर भाजपा के नेताओं द्वारा गठबंधन नहीं टूटने देने की सलाह दिए जाने पर शायराना अंदाज में कहा, "दुआ करते हैं जीने की, दवा देते हैं मरने की, यह दुश्वारी का सबब नहीं तो और क्या है।"
मुख्यमंत्री के शायराना अंदाज में भाजपा पर हमले के बाद भाजपा के नेता भी पीछे नहीं रहे। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने पलटवार किया, "हम दुआ भी देते हैं, हम दवा भी देते हैं, हम जिसे दोस्त बनाते हैं, उन्हें कभी दगा नहीं देते हैं।"
भाजपा ने इशारे-इशारे में अपनी स्थिति भले ही स्पष्ट कर दी हो, मगर इसके बाद भी जदयू के नेताओं के हमलावर तेवर ठंडे नहीं पड़े। राज्य के मंत्री और जदयू नेता श्याम रजक ने शायराना अंदाज में ही भाजपा पर हमला कर दिया। उन्होंने कहा, "कुछ तो मजबूरियां रही होंगी यूं ही कोई बेवफा नहीं होता।"
जदयू को लगातार आक्रामक होते देख भाजपा के नेता भी एक बार फिर शायराना अंदाज में ही जदयू पर हमला बोल दिया। भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा, "हम कुछ भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम, वो कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होती।"
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों भाजपा के गोवा अधिवेशन में चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष के रूप में मोदी के नाम की घोषणा के बाद से जदयू अचानक आक्रामक हो गई। स्थिति भांपते हुए भाजपा के मंत्रियों ने कामकाज तक बंद कर दिया।
शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश ने भाजपा के मंत्रियों को बातचीत के लिए बुलाया, मगर वे उनसे मिलने नहीं गए। लोग इसे 'गठबंधन टूट जाना' बता रहे हैं। किसी भी दल ने हालांकि अब तक इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की है।
हां, इस बीच नेताओं के शायराना अंदाज ने तल्खी भरे राजनीतिक माहौल को कुछ नर्म जरूर किया है, मगर कुछ लोग इसे तूफान के पहले की शांति बता रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भाजपा की चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष नरेंद्र मोदी को बनाए जाने और फिर भाजपा के नेताओं द्वारा गठबंधन नहीं टूटने देने की सलाह दिए जाने पर शायराना अंदाज में कहा, "दुआ करते हैं जीने की, दवा देते हैं मरने की, यह दुश्वारी का सबब नहीं तो और क्या है।"
मुख्यमंत्री के शायराना अंदाज में भाजपा पर हमले के बाद भाजपा के नेता भी पीछे नहीं रहे। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने पलटवार किया, "हम दुआ भी देते हैं, हम दवा भी देते हैं, हम जिसे दोस्त बनाते हैं, उन्हें कभी दगा नहीं देते हैं।"
भाजपा ने इशारे-इशारे में अपनी स्थिति भले ही स्पष्ट कर दी हो, मगर इसके बाद भी जदयू के नेताओं के हमलावर तेवर ठंडे नहीं पड़े। राज्य के मंत्री और जदयू नेता श्याम रजक ने शायराना अंदाज में ही भाजपा पर हमला कर दिया। उन्होंने कहा, "कुछ तो मजबूरियां रही होंगी यूं ही कोई बेवफा नहीं होता।"
जदयू को लगातार आक्रामक होते देख भाजपा के नेता भी एक बार फिर शायराना अंदाज में ही जदयू पर हमला बोल दिया। भाजपा की बिहार इकाई के अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा, "हम कुछ भी करते हैं तो हो जाते हैं बदनाम, वो कत्ल भी करते हैं तो चर्चा नहीं होती।"
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों भाजपा के गोवा अधिवेशन में चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष के रूप में मोदी के नाम की घोषणा के बाद से जदयू अचानक आक्रामक हो गई। स्थिति भांपते हुए भाजपा के मंत्रियों ने कामकाज तक बंद कर दिया।
शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश ने भाजपा के मंत्रियों को बातचीत के लिए बुलाया, मगर वे उनसे मिलने नहीं गए। लोग इसे 'गठबंधन टूट जाना' बता रहे हैं। किसी भी दल ने हालांकि अब तक इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की है।
हां, इस बीच नेताओं के शायराना अंदाज ने तल्खी भरे राजनीतिक माहौल को कुछ नर्म जरूर किया है, मगर कुछ लोग इसे तूफान के पहले की शांति बता रहे हैं।