चेन्नई:
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता 'काफी हद तक होश में हैं', और अपने अस्पताल के बेड पर बैठने में सक्षम हैं. यह जानकारी सूत्रों से शुक्रवार को मिली है, हालांकि रेस्पिरेटरी सपोर्ट अभी जारी है.
मुख्यमंत्री पिछले तीन हफ्ते से ज़्यादा समय से अस्पताल में हैं, और डॉक्टरों के मुताबिक उनके फेफड़ों में संक्रमण का उपचार किया जा रहा है. सूत्रों ने बताया कि अभी उन्हें कई दिन तक इलाज जारी रखने की ज़रूरत है और वह बातचीत करने में सक्षम तभी हो पाएंगी, जब ट्रैकेस्टॉमी ट्यूब या ब्रीदिंग ट्यूब निकाल दी जाएगी.
जयललिता की पार्टी एआईएडीएमके ने गुरुवार को कहा था कि वह 'पूरी तरह ठीक' हैं, और जल्द ही घर लौट आएंगी. एआईएडीएमके के प्रवक्ता सीआर सरस्वती ने चेन्नई में पत्रकारों को बताया था, "अम्मा (जयललिता) की हालत में अपोलो अस्पताल के डॉक्टरों और विशेषज्ञों की रोज़ाना निगरानी में बढ़िया सुधार हुआ है और वह दल्द ही घर लौट आएंगी..."
उन्होंने कहा था, "सुश्री जयललिता डॉक्टरों की राय पर 'आराम कर रही' हैं, 'वरना' वह पूरी तरह ठीक हैं, और जल्द ही घर लौटेंगी... स्वास्थ्य के मामले में परमात्मा उनके साथ है..."
68-वर्षीय जयललिता को 22 सितंबर को चेन्नई स्थित अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी पार्टी ने शुरू में बताया कि उन्हें बुखार तथा डीहाईड्रेशन की शिकायत है. लेकिन बाद में डॉक्टरों ने पुष्टि की कि वह रेस्पिरेटरी सपोर्ट पर हैं, और उनके फेफड़ों में इन्फेक्शन है. उनके उपचार पर नज़र रखने के लिए इंग्लैंड से कई बार विशेषज्ञ भी आए, और दिल्ली के एम्स से भी तीन डॉक्टर उनकी स्थिति देखने के लिए चेन्नई भेजे गए थे.
जयललिता के पास मौजूद मंत्रालयों को पिछले सप्ताह राज्यपाल ने उनके सबसे वरिष्ठ सहयोगी 65-वर्षीय ओ. पनीरसेल्वम को सौंप दिया था, जब डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें अस्पताल में ज़्यादा वक्त तक रहना पड़ेगा. इसके बाद उन्होंने कैबिनेट बैठक की सदारत भी की थी.
पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक लगातार जयललिता के स्वास्थ्य लाभ के लिए राज्यभर में मंदिरों, चर्चों तथा मस्जिदों में प्रार्थनाएं कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री पिछले तीन हफ्ते से ज़्यादा समय से अस्पताल में हैं, और डॉक्टरों के मुताबिक उनके फेफड़ों में संक्रमण का उपचार किया जा रहा है. सूत्रों ने बताया कि अभी उन्हें कई दिन तक इलाज जारी रखने की ज़रूरत है और वह बातचीत करने में सक्षम तभी हो पाएंगी, जब ट्रैकेस्टॉमी ट्यूब या ब्रीदिंग ट्यूब निकाल दी जाएगी.
जयललिता की पार्टी एआईएडीएमके ने गुरुवार को कहा था कि वह 'पूरी तरह ठीक' हैं, और जल्द ही घर लौट आएंगी. एआईएडीएमके के प्रवक्ता सीआर सरस्वती ने चेन्नई में पत्रकारों को बताया था, "अम्मा (जयललिता) की हालत में अपोलो अस्पताल के डॉक्टरों और विशेषज्ञों की रोज़ाना निगरानी में बढ़िया सुधार हुआ है और वह दल्द ही घर लौट आएंगी..."
उन्होंने कहा था, "सुश्री जयललिता डॉक्टरों की राय पर 'आराम कर रही' हैं, 'वरना' वह पूरी तरह ठीक हैं, और जल्द ही घर लौटेंगी... स्वास्थ्य के मामले में परमात्मा उनके साथ है..."
68-वर्षीय जयललिता को 22 सितंबर को चेन्नई स्थित अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उनकी पार्टी ने शुरू में बताया कि उन्हें बुखार तथा डीहाईड्रेशन की शिकायत है. लेकिन बाद में डॉक्टरों ने पुष्टि की कि वह रेस्पिरेटरी सपोर्ट पर हैं, और उनके फेफड़ों में इन्फेक्शन है. उनके उपचार पर नज़र रखने के लिए इंग्लैंड से कई बार विशेषज्ञ भी आए, और दिल्ली के एम्स से भी तीन डॉक्टर उनकी स्थिति देखने के लिए चेन्नई भेजे गए थे.
जयललिता के पास मौजूद मंत्रालयों को पिछले सप्ताह राज्यपाल ने उनके सबसे वरिष्ठ सहयोगी 65-वर्षीय ओ. पनीरसेल्वम को सौंप दिया था, जब डॉक्टरों ने कहा कि उन्हें अस्पताल में ज़्यादा वक्त तक रहना पड़ेगा. इसके बाद उन्होंने कैबिनेट बैठक की सदारत भी की थी.
पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक लगातार जयललिता के स्वास्थ्य लाभ के लिए राज्यभर में मंदिरों, चर्चों तथा मस्जिदों में प्रार्थनाएं कर रहे हैं.
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