विज्ञापन
This Article is From Aug 10, 2019

जम्मू-कश्मीर में लगे कर्फ्यू के बीच राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दिया बड़ा बयान, कहा- ईद पर तो हम....

सत्यपाल मलिक ने कहा-हम चाहते हैं कि घाटी के लोग ईद के त्योहार को बगैर किसी डर के मनाएं.

जम्मू-कश्मीर में लगे कर्फ्यू के बीच राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दिया बड़ा बयान, कहा- ईद पर तो हम....
जम्मू-कश्मीर में ईद को लेकर सत्यपाल मलिक ने दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली:

जम्मू-कश्मीर में लगे कर्फ्यू के बीच राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हम ईद को लेकर विशेष तैयारी कर रहे हैं. हम इस मौके पर स्थानीय लोगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे ताकि वह हर्षोल्लास के साथ इसे मना सकें. मलिक ने कहा कि हम चाहते हैं कि घाटी के लोग ईद के त्योहार को बगैर किसी डर के मनाएं. बता दें कि इससे पहले मोदी सरकार द्वारा संविधान के अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद सत्यपाल मलिक ने सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की थी. इस दौरान उन्होंने किसी भी स्थिति से निपटने के लिए निरंतर सतर्कता बरतने और तैयारी की आवश्यकता पर जोर दिया था. राजभवन के प्रवक्ता ने बताया था कि सरकार ने शीर्ष अधिकारियों के साथ बैठक की और राज्य में मौजूदा सुरक्षा और कानून व्यवस्था की समीक्षा की.

उन्होंने बताया था कि राज्यपाल के सलाहकारों के विजय कुमार, के के शर्मा, के स्कंदन और फारूक खान और मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रह्मण्यम ने बैठक में भाग लिया. आवश्यक सेवाओं का जायजा लेने के बाद जम्मू से श्रीनगर लौटे कुमार, स्कंदन और खान ने राज्यपाल को बिजली, पानी की आपूर्ति और स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं सहित लोगों को विभिन्न सार्वजनिक सेवाओं की आवश्यक आपूर्ति तथा वितरण के बारे में जानकारी दी. 

कश्मीर मसले पर बोले यशवंत सिन्हा, चुनाव जीतने के लिए सरकार ने हटाई धारा 370

प्रवक्ता ने कहा था कि राज्यपाल ने आम जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया और प्रशासन को मौजूदा परिदृश्य में लोगों की वास्तविक जरूरतों पर ध्यान देने की सलाह दी. सुब्रह्मण्यम ने राज्यपाल को सूचित किया था कि कश्मीर घाटी में आवश्यक वस्तुओं की कोई कमी नहीं है और यह स्टॉक तीन महीने तक चलेगा. कानून-व्यवस्था की स्थिति और सरकारी तंत्र की तैयारियों की समीक्षा करते हुए, राज्यपाल मलिक ने विभिन्न विभागों और एजेंसियों के बीच निरंतर सतर्कता, तत्परता और तालमेल की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि किसी भी स्थिति से समन्वित और प्रभावी तरीके से निपटा जा सके. राज्यपाल ने जमीनी स्थिति पर लगातार कड़ी नजर बनाए रखने की आवश्यकता दोहराई और लोगों के समग्र हित के लिए समाज में शांति और सद्भाव लाने के लिए निरंतर प्रयासों के महत्व को रेखांकित किया. 

अनुच्छेद 370 को खत्म करने पर बीजेपी नेता ने पीएम मोदी की शिवाजी महाराज से की तुलना, कही ये बात

प्रवक्ता ने बताया था कि राज्यपाल मलिक ने विभिन्न सामाजिक, धार्मिक और राजनीतिक संगठनों के लोगों और नेताओं से अपील की है कि वे राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने में सरकारी तंत्र का सहयोग करें. राज्यसभा ने सोमवार को अनुच्छेद 370 की अधिकतर धाराओं को खत्म कर जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख को दो केन्द्रशासित क्षेत्र बनाने संबंधी सरकार के दो संकल्पों को मंजूरी दे दी. गृह मंत्री अमित शाह ने इस अनुच्छेद के कारण राज्य में विकास नहीं होने और आतंकवाद पनपने का दावा करते हुए आश्वासन दिया कि जम्मू कश्मीर को केन्द्रशासित क्षेत्र बनाने का कदम स्थायी नहीं है तथा स्थिति समान्य होने पर राज्य का दर्जा बहाल कर दिया जाएगा. 

Video: धारा 370 हटाने पर क्‍या कहते हैं कानून विशेषज्ञ फैजान मुस्‍तफा

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
डार्क मोड/लाइट मोड पर जाएं
Previous Article
जम्‍मू-कश्‍मीर चुनाव : पहले चरण में किस पार्टी के कितने करोड़पति उम्‍मीदवार? जानिए कितनी है औसत संपत्ति
जम्मू-कश्मीर में लगे कर्फ्यू के बीच राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने दिया बड़ा बयान, कहा- ईद पर तो हम....
कंगना रनौत को 'इमरजेंसी' पर राहत नहीं, 6 सितंबर को फिल्म नहीं होगी रिलीज
Next Article
कंगना रनौत को 'इमरजेंसी' पर राहत नहीं, 6 सितंबर को फिल्म नहीं होगी रिलीज
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com