फाइल फोटो
हैदराबाद:
पिछले सात दिन से अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल कर रहे वाईएसआर कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष जगनमोहन रेड्डी की नसों में जबरन तरल पदार्थ देकर उनकी भूख हड़ताल तुड़वा दी गई।
चंचलगुड़ा जेल के अधिकारियों के निर्देश पर निजाम चिकित्सा विज्ञान संस्थान (निम्स) के चिकित्सकों ने जगन की नसों में जबरन तरल पदार्थ डाले, क्योंकि उपवास की वजह से उनकी हालत नाजुक हो गई थी।
जगन आंध्र प्रदेश को विभाजित कर राज्य के सभी क्षेत्रों के साथ न्याय किए बगैर पृथक तेलंगाना राज्य गठित किए जाने के विरोध में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
कडप्पा से सांसद जगन को शुक्रवार रात निजाम चिकित्सा विज्ञान संस्थान (निम्स) में भर्ती कराया गया लेकिन आंध्र प्रदेश के विभाजन पर भूख हड़ताल कर रहे जगन ने अनशन खत्म करने से इनकार कर दिया था।
जगन को जब जबरन तरल पदार्थ दिया जा रहा था तो उनकी पत्नी भारती उनके पास ही थीं। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की अदालत द्वारा जगन की पत्नी को उनके साथ प्रतिदिन सुबह 8 बजे से अपराह्न 4 बजे तक रहने की इजाजत दिए जाने के बाद वह शनिवार को अस्पताल पहुंचीं।
जगन की पत्नी और मां ने सीबीआई की अदालत में ज्ञापन देकर उनमें से किसी एक को जगन के साथ रहने देने की इजाजत मांगी थी। इस अपील पर शनिवार को सुनवाई हुई।
आय से अधिक संपत्ति मामले में न्यायिक हिरासत का सामना कर रहे जगन को कड़ी सुरक्षा के बीच उस्मानिया जनरल हॉस्पिटल से निम्स में स्थांतरित किया गया था।
आठ चिकित्सकों की टीम उनकी सेहत पर नजर रख रही है, तथा अगले दो-तीन दिनों तक उन्हें अस्पताल में ही रखे जाने की उम्मीद है।
चिकित्सकों ने इससे पहले चेतावनी दी थी कि अनशन जारी रखने पर उनकी हालत और बिगड़ सकती है।
इससे पहले, शुक्रवार की रात जगन की मां वाईएस विजयम्मा, पत्नी भारती और बहनोई को उनसे मिलने की इजाजत नहीं दी गई, तथा वे उन्हें दूर से ही देख कर वापस चले गए थे।
जगन चंचलगुड़ा जेल में अनशन के दौरान सिर्फ पानी पी रहे थे। उन्हें गुरुवार रात उस्मानिया जनरल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
पार्टी की मानद अध्यक्ष विजयम्मा और पार्टी के अन्य नेताओं ने शुक्रवार को उनसे अनशन वापस लेने की अपील की थी। जगन पिछले वर्ष मई महीने से जेल में बंद हैं।
चंचलगुड़ा जेल के अधिकारियों के निर्देश पर निजाम चिकित्सा विज्ञान संस्थान (निम्स) के चिकित्सकों ने जगन की नसों में जबरन तरल पदार्थ डाले, क्योंकि उपवास की वजह से उनकी हालत नाजुक हो गई थी।
जगन आंध्र प्रदेश को विभाजित कर राज्य के सभी क्षेत्रों के साथ न्याय किए बगैर पृथक तेलंगाना राज्य गठित किए जाने के विरोध में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर बैठे हैं।
कडप्पा से सांसद जगन को शुक्रवार रात निजाम चिकित्सा विज्ञान संस्थान (निम्स) में भर्ती कराया गया लेकिन आंध्र प्रदेश के विभाजन पर भूख हड़ताल कर रहे जगन ने अनशन खत्म करने से इनकार कर दिया था।
जगन को जब जबरन तरल पदार्थ दिया जा रहा था तो उनकी पत्नी भारती उनके पास ही थीं। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की अदालत द्वारा जगन की पत्नी को उनके साथ प्रतिदिन सुबह 8 बजे से अपराह्न 4 बजे तक रहने की इजाजत दिए जाने के बाद वह शनिवार को अस्पताल पहुंचीं।
जगन की पत्नी और मां ने सीबीआई की अदालत में ज्ञापन देकर उनमें से किसी एक को जगन के साथ रहने देने की इजाजत मांगी थी। इस अपील पर शनिवार को सुनवाई हुई।
आय से अधिक संपत्ति मामले में न्यायिक हिरासत का सामना कर रहे जगन को कड़ी सुरक्षा के बीच उस्मानिया जनरल हॉस्पिटल से निम्स में स्थांतरित किया गया था।
आठ चिकित्सकों की टीम उनकी सेहत पर नजर रख रही है, तथा अगले दो-तीन दिनों तक उन्हें अस्पताल में ही रखे जाने की उम्मीद है।
चिकित्सकों ने इससे पहले चेतावनी दी थी कि अनशन जारी रखने पर उनकी हालत और बिगड़ सकती है।
इससे पहले, शुक्रवार की रात जगन की मां वाईएस विजयम्मा, पत्नी भारती और बहनोई को उनसे मिलने की इजाजत नहीं दी गई, तथा वे उन्हें दूर से ही देख कर वापस चले गए थे।
जगन चंचलगुड़ा जेल में अनशन के दौरान सिर्फ पानी पी रहे थे। उन्हें गुरुवार रात उस्मानिया जनरल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था।
पार्टी की मानद अध्यक्ष विजयम्मा और पार्टी के अन्य नेताओं ने शुक्रवार को उनसे अनशन वापस लेने की अपील की थी। जगन पिछले वर्ष मई महीने से जेल में बंद हैं।
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