श्रीनगर के शोपियां में हिंसा, भीड़ ने डीसी के दफ़्तर में आग लगाई (फाइल फोटो)
खास बातें
- श्रीनगर के शोपियां में भीड़ ने डीसी के दफ़्तर में आग लगा दी
- सड़कों पर हज़ारों प्रदर्शनकारी उतरे
- आजादी समर्थकों को रोके जाने के बाद यह हिंसा
कश्मीर में शनिवार को प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच हई झड़प की घटनाओं में 200 से अधिक लोग घायल हो गए. ये घटनाएं उस दिन हुई हैं जब सांसदों का सर्वदलीय शिष्टमंडल घाटी की जमीनी हालात के आकलन के लिए यहां मौजूद था. घाटी में जनजीवन लगातार 58वें दिन बाधित रहा.
राजनाथ सिंह ने कहा है कि टीम उन लोगों और संगठनों से बात करने की इच्छुक है जो शांति और बहाली चाहते हैं. इस बारे में विस्तृत खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
घाटी के अन्य हिस्सों में पाबंदियां जारी हैं जो जुलाई में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकवादी बुरहान वानी को मार गिराने के बाद से हिंसा की चपेट में है. एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि श्रीनगर के खानयार, सफाकदल, नौहट्टा, रानीवाड़ी और एमआर गंज जैसे कुछ थाना क्षेत्रों के छोड़कर घाटी के किसी और इलाके में कर्फ्यू नहीं लगाया गया. उन्होंने बताया कि श्रीनगर, अनंतनाग, पुलवामा, कुलगाम, शोपियां, अवंतीपुरा और सोपोर में पथराव की दस घटनाओं की सूचना मिली.
दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में सुबह से शुरू हुई झड़प की घटनाएं लगभग दिन भर चलीं और प्रदर्शनकारियों ने मिनी सचिवालय की इमारत में आग लगा दी, जो उपायुक्त कार्यालय है. उन्होंने बताया, 'शोपियां में भीड़ ने हमला किया और मिनी सचिवालय में आग लगा दी. आग पर नियंत्रण पा लिया गया. हालांकि इमारत को आंशिक तौर पर नुकसान हुआ है.'
अधिकारी ने बताया कि जिले के पंजूरा गांव में पुलिस ने लोगों को रैली निकालने से मना किया, जिसके बाद झड़प की ये घटनाएं शुरू हो गईं, जिसमें 100 से अधिक लोग घायल हुए . पुलिस ने बताया कि प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज का सहारा लिया और आंसू गैस के गोले छोड़े.
पुलवामा जिले के तराल इलाके से झड़प की सूचनाएं मिलीं, जहां पथराव करने वालों के खिलाफ सुरक्षा बलों की कार्रवाई में 60 से अधिक लोग घायल हो गए. प्रदर्शनकारियों ने तराल से सत्तारूढ़ पीडीपी के विधायक मुश्ताक अहमद शाह के घर पर भी हमला किया और उनके घर का शीशा तोड़ दिया. हालांकि इस हमले में कोई घायल नहीं हुआ.
(न्यूज एजेंसी भाषा से भी इनपुट)