मेघालय में 27 फरवरी को वोटिंग होनी है
उमनीह (मेघालय):
मेघालय विधानसभा के लिए विधायक चुनने के वास्ते आगामी 27 फरवरी को होने वाले चुनाव में इटली, अर्जेन्टीना और स्वीडन भी मतदान कर अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करेंगे. अगर आपको आश्चर्य हो रहा है कि भारत के पूर्वोत्तर राज्य में होने वाले चुनाव में ये देश कैसे शामिल हो सकते हैं तो इनका राज जानकर आप चौंक जाएंगे. दरअसल, पूर्वी खासी हिल्स जिला में शेला विधानसभा के अंतर्गत उमनीह-तमार इलाका गांव में इटली, अर्जेन्टीना, स्वीडन और इंडोनेशिया नाम के मतदाता हैं जो इस बार अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. इसबार के मतदान में प्रोमिसलैंड और होलीलैंड डकार नाम की बहनें और उनकी पड़ोसी यरूशलम खिइवटम भी इस बार वोट डालेंगे.
इलाका चुनाव प्रमुख (सिरदार) प्रीमियर सिंह ने बताया, ‘‘कई खासी नामों को सुनकर आपके चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी लेकिन एक छोटे से गांव में ऐसे सैकड़ों नाम के बारे में सुनकर लोग खिलखिला कर हंसने लगते हैं.’’ उन्होंने बताया कि करीब 50 प्रतिशत ग्रामीणों को ऐसी अंग्रेजी का बहुत शौक है जो सुनने में लयबद्ध और सुन्दर लगते हैं, लेकिन उनका मतलब पता नहीं होता है.
भारत-बांग्लादेश के करीब स्थित इलाका में 850 पुरुष और 916 से अधिक महिला मतदाता हैं और मतदाताओं की सूची में दर्ज विशिष्ट नामों की एक रिकॉर्ड संख्या है. प्रीमियर भाग्यशाली थे कि उनके शिक्षित पिता ने उन्हें एक ऐसा नाम दिया जो लगभग इलाका प्रमुख के रूप में उनकी स्थिति के मुताबित फिट बैठता है.
प्रमुख ने बताया कि अब गांव में सभी लोग स्मार्ट या शिक्षित हो गए हैं और ऐसे में आपको थर्सडे और सनडे जैसे दिन पर आधारित नाम भी देखने को मिल जाएगा. उन्होंने बताया कि यहां पर कुछ लोगों के नाम त्रिपुरा और गोवा भी हैं.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इलाका चुनाव प्रमुख (सिरदार) प्रीमियर सिंह ने बताया, ‘‘कई खासी नामों को सुनकर आपके चेहरे पर मुस्कान आ जाएगी लेकिन एक छोटे से गांव में ऐसे सैकड़ों नाम के बारे में सुनकर लोग खिलखिला कर हंसने लगते हैं.’’ उन्होंने बताया कि करीब 50 प्रतिशत ग्रामीणों को ऐसी अंग्रेजी का बहुत शौक है जो सुनने में लयबद्ध और सुन्दर लगते हैं, लेकिन उनका मतलब पता नहीं होता है.
भारत-बांग्लादेश के करीब स्थित इलाका में 850 पुरुष और 916 से अधिक महिला मतदाता हैं और मतदाताओं की सूची में दर्ज विशिष्ट नामों की एक रिकॉर्ड संख्या है. प्रीमियर भाग्यशाली थे कि उनके शिक्षित पिता ने उन्हें एक ऐसा नाम दिया जो लगभग इलाका प्रमुख के रूप में उनकी स्थिति के मुताबित फिट बैठता है.
प्रमुख ने बताया कि अब गांव में सभी लोग स्मार्ट या शिक्षित हो गए हैं और ऐसे में आपको थर्सडे और सनडे जैसे दिन पर आधारित नाम भी देखने को मिल जाएगा. उन्होंने बताया कि यहां पर कुछ लोगों के नाम त्रिपुरा और गोवा भी हैं.
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