यह ख़बर 20 जुलाई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

भारतीय मीडिया ने लिया बेइज़्ज़ती का बदला, ओबामा को कहा 'अंडर एचीवर'

खास बातें

  • 'आउटलुक' ने बराक ओबामा को 'अंडर एचीवर' बताते हुए कहा है कि बदलाव के वादों के साथ सत्ता में पहुंचे हुए ओबामा को चार साल हो गए हैं, और अब उनकी ज्योति और चमक जा चुकी है...
नई दिल्ली:

अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने हाल ही के दिनों में भारत के प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह को 'नाकाबिल' बताने में कोई कसर नहीं छोड़ी है... लेकिन अब भारतीय पत्रिका 'आउटलुक' ने भी अमेरिका, और अमेरिकी राष्ट्रपति से अपने प्रधानमंत्री की बेइज़्ज़ती का बदला लेते हुए बराक ओबामा को 'अंडर एचीवर' बताया है...

'आउटलुक' के 30 जुलाई को प्रकाशित होने जा रहे अंक के कवर पर बिल्कुल 'टाइम' की तरह अमेरिकी राष्ट्रपति का चित्र छापा गया है, और प्रणय शर्मा, आशीष कुमार सेन तथा सीमा सिरोही द्वारा लिखी गई कवर स्टोरी में ओबामा के चार साल के कार्यकाल का जायज़ा लेते हुए उन्हें भी 'अंडर एचीवर' कहा है...

पत्रिका ने कहा है कि बदलाव के वादे करते हुए जनता को उम्मीदें बंधाकर सत्ता में पहुंचे हुए ओबामा को चार साल हो गए हैं, और अब उनकी ज्योति और चमक जा चुकी है... पत्रिका ने सवाल उठाया है कि क्या ओबामा अपनी वाक्पटुता (अच्छा बोलने की कला) की मदद से सत्ता में वापसी कर पाएंगे, और 'टाइम' ही की तरह यह सलाह भी दी है कि अमेरिका को नए सिरे से शुरुआत करने की ज़रूरत है...

उल्लेखनीय है कि सबसे पहले अमेरिकी पत्रिका 'टाइम' ने भारतीय प्रधानमंत्री को 'अंडर एचीवर' (फिसड्डी) कहकर सलाह दी थी कि भारत को नए सिरे से शुरुआत करने की ज़रूरत है... फिर अभी दो-चार दिन पहले ही ब्रिटिश दैनिक समाचारपत्र 'द इन्डिपेन्डेन्ट' ने भी अपने ऑनलाइन एडिशन में मनमोहन को कई विशेषण दिए... सबसे पहले उन्हें 'सोनिया'ज़ पूडल' (सोनिया का पालतू) कहा गया, फिर 'सोनिया'ज़ पपेट' (सोनिया की कठपुतली) और आखिरकार इस समाचारपत्र ने भी अपने शीर्षक में उन्हें 'अंडर एचीवर' कहकर 'टाइम' की नकल कर ली...

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संयोग है कि अमेरिकी राष्ट्रपति भी अपने देशवासियों की उम्मीदों को पूरा करने में कतई नाकाम रहे हैं, और 'आउटलुक' ने इसी तरफ ध्यानाकर्षित किया है... अब ऐसी चर्चाएं ज़ोरों पर है कि क्या यह भारतीय मीडिया का 'राष्ट्रवादी पलटवार' है, और शायद 'आउटलुक' अमेरिकी पत्रिका को याद दिला रही है कि पहले वह अपने दामन में झांक ले...