कोच्चि:
इटली के एक पोत पर सवार उन दो सुरक्षा कर्मियों को नीचे उतार लिया गया है, जो दो भारतीय मछुआरों की हत्या में कथित रूप से शामिल रहे हैं। लेकिन फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है या नहीं।
इटली के अधिकारियों और केरल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के एक दल ने दोनों सुरक्षा कर्मियों को अपराह्न् 4.15 बजे पोत से उतारा और भारी सुरक्षा के बीच वे उन्हें वहां से पास में स्थित केद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के अतिथिगृह लेकर चले गए।
पुलिस महानिरीक्षक के. पदमकुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में यह स्पष्ट नहीं किया कि दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है या नहीं।
पदमकुमार ने कहा, "कोल्लम पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, और अब मामले में आगे की कार्यवाही करना उनका काम है, और वे आगे की पूछताछ के बाद जो जरूरी समझेंगे करेंगे। इटली के इन दोनों सुरक्षाकर्मियों के नाम हैं लेस्टोरे और सेल्वासुरे। इससे अधिक जानकारी फिलहाल मैं नहीं दे सकता।"
पदमकुमार ने कहा कि जांच अधिकारियों ने पोत के कप्तान और चालक दल के अन्य सदस्यों से विस्तृत बयान ले लिए हैं।
पदमकुमार ने कहा, "चूंकि मामला कोल्लम पुलिस ने दर्ज किया है, लिहाजा न्यायालय भी कोल्लम जिले में होगा, जहां इस मामले की सुनवाई होगी।"
केरल पुलिस के अधिकारियों ने रविवार सुबह इटली के पोत एनरिका लेक्सी के चालक दल के सदस्यों के बयान दर्ज करने शुरू किए थे। इस पोत को जांच के सिलसिले में यहां खड़ा करा दिया गया है।
केरल पुलिस के अधिकारियों और बैलिस्टिक व फोरेंसिक विशेषज्ञों का एक दल जांच के लिए रविवार सुबह पोत पर पहुंचा था।
इटली के दूतावास के शीर्ष अधिकारी भी पोत पर थे और वे दिल्ली में अधिकारियों के साथ बराबर सम्पर्क में रहे।
इसके पहले शनिवार देर शाम पोत के मालिक जांच में सहयोग करने के लिए राजी हो गए थे।
इटली के अधिकारियों के एक दल ने यहां अपने भारतीय समकक्षों के साथ रविवार को बातचीत की, और भारतीय अधिकारियों ने उन्हें जांच में सहयोग करने की सलाह दी।
इटली के विदेश विभाग, कानून, न्याय तथा रक्षा मंत्रालयों के प्रतिनिधियों ने यहां विदेश मंत्रालय एवं केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की।
मुलाकात के बाद विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि इटली के अधिकारियों से कहा गया है कि स्थानीय कानून को अपना काम करने दें।
इस बीच विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने संवाददाताओं से कहा कि इटली के अधिकारियों को सलाह दी गई है कि वे भारतीय अधिकारियों को जांच में पूरा सहयोग करें। उन्होंने यह भी कहा कि देश का कानून अपना काम करेगा।
इसके पहले इटली के विदेश मंत्री गुलियो तेरजी के साथ शनिवार को फोन पर हुई बातचीत में कृष्णा ने स्पष्ट किया था कि पोत के कप्तान और चालक दल के सदस्यों को समर्पण करना होगा और जांच में सहयोग करना होगा।
ज्ञात हो कि तमिलनाडु के अजेश बिंकी (25) और केरल के जेलास्टिन (45) नामक दो मछुआरों को समुद्री डाकू समझकर इटली के इस मालवाहक पोत के चालक दल के सदस्यों ने बुधवार शाम गोली मार दी थी।
यह घटना अलप्पुझा तट से समुद्र के अंदर लगभग 14 मील की दूरी पर घटी थी।
इटली के अधिकारियों और केरल पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के एक दल ने दोनों सुरक्षा कर्मियों को अपराह्न् 4.15 बजे पोत से उतारा और भारी सुरक्षा के बीच वे उन्हें वहां से पास में स्थित केद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के अतिथिगृह लेकर चले गए।
पुलिस महानिरीक्षक के. पदमकुमार ने संवाददाताओं से बातचीत में यह स्पष्ट नहीं किया कि दोनों अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है या नहीं।
पदमकुमार ने कहा, "कोल्लम पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है, और अब मामले में आगे की कार्यवाही करना उनका काम है, और वे आगे की पूछताछ के बाद जो जरूरी समझेंगे करेंगे। इटली के इन दोनों सुरक्षाकर्मियों के नाम हैं लेस्टोरे और सेल्वासुरे। इससे अधिक जानकारी फिलहाल मैं नहीं दे सकता।"
पदमकुमार ने कहा कि जांच अधिकारियों ने पोत के कप्तान और चालक दल के अन्य सदस्यों से विस्तृत बयान ले लिए हैं।
पदमकुमार ने कहा, "चूंकि मामला कोल्लम पुलिस ने दर्ज किया है, लिहाजा न्यायालय भी कोल्लम जिले में होगा, जहां इस मामले की सुनवाई होगी।"
केरल पुलिस के अधिकारियों ने रविवार सुबह इटली के पोत एनरिका लेक्सी के चालक दल के सदस्यों के बयान दर्ज करने शुरू किए थे। इस पोत को जांच के सिलसिले में यहां खड़ा करा दिया गया है।
केरल पुलिस के अधिकारियों और बैलिस्टिक व फोरेंसिक विशेषज्ञों का एक दल जांच के लिए रविवार सुबह पोत पर पहुंचा था।
इटली के दूतावास के शीर्ष अधिकारी भी पोत पर थे और वे दिल्ली में अधिकारियों के साथ बराबर सम्पर्क में रहे।
इसके पहले शनिवार देर शाम पोत के मालिक जांच में सहयोग करने के लिए राजी हो गए थे।
इटली के अधिकारियों के एक दल ने यहां अपने भारतीय समकक्षों के साथ रविवार को बातचीत की, और भारतीय अधिकारियों ने उन्हें जांच में सहयोग करने की सलाह दी।
इटली के विदेश विभाग, कानून, न्याय तथा रक्षा मंत्रालयों के प्रतिनिधियों ने यहां विदेश मंत्रालय एवं केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की।
मुलाकात के बाद विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि इटली के अधिकारियों से कहा गया है कि स्थानीय कानून को अपना काम करने दें।
इस बीच विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने संवाददाताओं से कहा कि इटली के अधिकारियों को सलाह दी गई है कि वे भारतीय अधिकारियों को जांच में पूरा सहयोग करें। उन्होंने यह भी कहा कि देश का कानून अपना काम करेगा।
इसके पहले इटली के विदेश मंत्री गुलियो तेरजी के साथ शनिवार को फोन पर हुई बातचीत में कृष्णा ने स्पष्ट किया था कि पोत के कप्तान और चालक दल के सदस्यों को समर्पण करना होगा और जांच में सहयोग करना होगा।
ज्ञात हो कि तमिलनाडु के अजेश बिंकी (25) और केरल के जेलास्टिन (45) नामक दो मछुआरों को समुद्री डाकू समझकर इटली के इस मालवाहक पोत के चालक दल के सदस्यों ने बुधवार शाम गोली मार दी थी।
यह घटना अलप्पुझा तट से समुद्र के अंदर लगभग 14 मील की दूरी पर घटी थी।
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