प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फाइल फोटो)
जोरहाट (असम):
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कहा कि सीधे ग्राहकों के बैंक खातों में एलपीजी सब्सिडी देने की केंद्र की नीति से पिछले साल देश को 15000 करोड़ रुपये की बचत हुई।
पीएम मोदी ने शनिवार शाम जोरहाट में प्रमुख नागरिकों की एक सभा में कहा 'हमने सब्सिडी सीधे बैंक खातों में जमा करने का निर्णय लिया। इससे गैस कनेक्शन के इस लीकेज को रोका गया और हमने एक साल में 15000 करोड़ रुपये बचाए।'
उन्होंने कहा कि उनके अनुरोध पर 85 लाख लोगों ने एलपीजी सब्सिड़ी वापस कर दी। पीएम ने कहा, 'जिन लोगों ने अपनी सब्सिडी लेनी बंद कर दी, वे धनी लोग नहीं हैं, उनमें सेवानिवृत लोग शामिल हैं। इससे कई गरीबों को मदद मिली।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'यह सुनिश्चित करना मेरी सरकार की कोशिश है कि करीब पांच करोड़ गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन मिले, क्योंकि सर्वेक्षण के अनुसार लकड़ी के जलावन पर खाना पकाने से करीब 40 सिगरेटों के बराबर धुंआ शरीर के अंदर जाता है।'
पीएम मोदी ने कहा कि पहले सब्सिडी प्राप्त यूरिया किसानों तक नहीं पहुंचता था और सीधे रसायन फैक्ट्रियों में चला जाता था, जहां उसका उपयोग कच्चे माल के रूप में होता था, 'लेकिन अब हमने नीम आवरण शुरू किया है और फैक्ट्रियां उसका उपयोग नहीं कर सकतीं।' उन्होंने कहा कि वह ये बातें बस इसलिए बता रहे हैं कि यदि इरादे नेक हों तो नीतियां और क्रियान्वन भी सही दिशा में होते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'सत्ता में आने के बाद मैंने जवाबदेही पर प्राथमिकता पर बल दिया क्योंकि तभी नीतियां परिणामोन्मुखी होगी।' उन्होंने कहा कि जनधन योजना और मुद्रा योजना भी सफल रही हैं और उसने 20 करोड़ से अधिक परिवारों को बैंक खाते खुलवाने में मदद पहुंचाई है तथा 1.25 लाख करोड़ रुपये ऋण वितरित किए गए हैं।
उन्होंने वैश्विक अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि वैसे यह संकट में है लेकिन भारत ने 7.65 फीसदी की वृद्धि दर्ज की। यह उल्लेखनीय है और यह सरकार की सही मंशा और उसकी नीतियों से हो पाया है। उन्होंने कहा कि प्रमुख नागरिकों के साथ अपने सरकार के कामकाज के बारे में सूचनाएं साझा करना एक अनोखा अनुभव है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
पीएम मोदी ने शनिवार शाम जोरहाट में प्रमुख नागरिकों की एक सभा में कहा 'हमने सब्सिडी सीधे बैंक खातों में जमा करने का निर्णय लिया। इससे गैस कनेक्शन के इस लीकेज को रोका गया और हमने एक साल में 15000 करोड़ रुपये बचाए।'
उन्होंने कहा कि उनके अनुरोध पर 85 लाख लोगों ने एलपीजी सब्सिड़ी वापस कर दी। पीएम ने कहा, 'जिन लोगों ने अपनी सब्सिडी लेनी बंद कर दी, वे धनी लोग नहीं हैं, उनमें सेवानिवृत लोग शामिल हैं। इससे कई गरीबों को मदद मिली।'
प्रधानमंत्री ने कहा, 'यह सुनिश्चित करना मेरी सरकार की कोशिश है कि करीब पांच करोड़ गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन मिले, क्योंकि सर्वेक्षण के अनुसार लकड़ी के जलावन पर खाना पकाने से करीब 40 सिगरेटों के बराबर धुंआ शरीर के अंदर जाता है।'
पीएम मोदी ने कहा कि पहले सब्सिडी प्राप्त यूरिया किसानों तक नहीं पहुंचता था और सीधे रसायन फैक्ट्रियों में चला जाता था, जहां उसका उपयोग कच्चे माल के रूप में होता था, 'लेकिन अब हमने नीम आवरण शुरू किया है और फैक्ट्रियां उसका उपयोग नहीं कर सकतीं।' उन्होंने कहा कि वह ये बातें बस इसलिए बता रहे हैं कि यदि इरादे नेक हों तो नीतियां और क्रियान्वन भी सही दिशा में होते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, 'सत्ता में आने के बाद मैंने जवाबदेही पर प्राथमिकता पर बल दिया क्योंकि तभी नीतियां परिणामोन्मुखी होगी।' उन्होंने कहा कि जनधन योजना और मुद्रा योजना भी सफल रही हैं और उसने 20 करोड़ से अधिक परिवारों को बैंक खाते खुलवाने में मदद पहुंचाई है तथा 1.25 लाख करोड़ रुपये ऋण वितरित किए गए हैं।
उन्होंने वैश्विक अर्थव्यवस्था का जिक्र करते हुए कहा कि वैसे यह संकट में है लेकिन भारत ने 7.65 फीसदी की वृद्धि दर्ज की। यह उल्लेखनीय है और यह सरकार की सही मंशा और उसकी नीतियों से हो पाया है। उन्होंने कहा कि प्रमुख नागरिकों के साथ अपने सरकार के कामकाज के बारे में सूचनाएं साझा करना एक अनोखा अनुभव है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
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