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This Article is From Jul 03, 2020

इस वर्ष जून तक पाकिस्‍तान ने 2400 से अधिक बार किया संघर्ष विराम का उल्‍लंघन: सूत्र

सूत्रों ने बताया, "इस साल जून तक, पाकिस्तान के बलों द्वारा 2,432 से अधिक बार बिना किसी उकसावे के संघर्ष विराम को उल्लंघन किया गया, इसमें 14 भारतीय मारे गए हैं और 88 घायल हुए हैं."

इस वर्ष जून तक पाकिस्‍तान ने 2400 से अधिक बार किया संघर्ष विराम का उल्‍लंघन: सूत्र
पाकिस्‍तान की ओर से इस साल संघर्षविराम के उल्‍लंघन के मामले बढ़े हैं (प्रतीकात्‍मक फोटो)
नई दिल्ली:

भारत ने नियंत्रण रेखा (LOC) और अंतर्राष्ट्रीय सीमा से लगी भारतीय चौकियों को निशाना बनाने और लगातार संघर्ष विराम का उल्‍लंघन (Ceasefire Violations) की पाकिस्तान (Pakistan) की हरकत का कड़ा विरोध जताया है. सूत्रों ने यह जानकारी दी. एक सूत्र ने पहचान उजागर नहीं करने की शर्त पर बताया, "इस साल जून तक, पाकिस्तान के बलों द्वारा 2,432 से अधिक बार बिना किसी उकसावे के संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया, इसमें 14 भारतीय मारे गए हैं और 88 घायल हुए हैं." इस सूत्र ने कहा, "पाकिस्तानी बलों द्वारा लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन, वर्ष 2003 में इसे लेकर बनी आपसी समझ की स्‍पष्‍ट रूप से अनदेखी है."

पाकिस्तानी सेना ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा या नियंत्रण रेखा के साथ कई आगे के क्षेत्रों में गोलीबारी की, भारतीय सेना ने इसका पूरी मजबूती से जवाब दिया. समाचार एजेंसी ANI ने बताया कि गुरुवार को जवाबी फायरिंग में दो पाकिस्तानी सैनिक मारे गए.

सूत्र ने कहा, "हमने आतंकवादियों को सीमा पार से घुसपैठ कराने को लेकर पाकिस्‍तानी बलों की ओर से दिए जा रहे समर्थन के बारे में अपनी चिंताओं से अवगत कराया है ले‍किन डायरेक्टर जनरल्स मिलिट्री ऑपरेशंस के माध्यम से की गई इस पहल के बाद भी पाकिस्तान की सेना ने ऐसी गतिविधियों को बंद नहीं किया है.‍" पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम का उल्लंघन ऐसे समय में हुआ है जब चीन के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC)पर भी तनाव है. सूत्रों ने बताया कि 15 जून को पूर्वी लद्दाख की गालवान घाटी में भारत के लिए चीन के साथ हिंसक संघर्ष के कारण 20 सैनिकों को जान गंवानी पड़ी थी. जानकारी के अनुसार, इस संघर्ष में 40 से अधिक चीनी सैनिक भी या तो मारे गए हैं या घायल हुए हैं.

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