कैफे कॉफी डे के मालिक के लापता होने का मामला अब एक नया मोड़ लेता हुआ नजर आ रहा है. वीजी सिद्धार्थ के लापता होने के कुछ घंटों बाद एक चिट्ठी सामने आई है, जिसमें वीजी सिद्धार्थ ने उन कारणों का उल्लेख किया जिनकी वजह से वह पिछले कुछ दिनों से परेशान थे. सिद्धार्थ की 'कथित चिट्ठी' में आयकर के पूर्व महानिदेशक द्वारा उत्पीड़न किए जाने का जिक्र किया गया है. उन्होंने लिखा कि आयकर के पूर्व महानिदेशक ने बहुत उत्पीड़न किया जिन्होंने हमारे माइंडट्री सौदे को रोकने के लिए दो अलग-अलग मौकों पर हमारे शेयर जब्त कर लिए और बाद में हमारे कॉफी डे शेयर का अधिकार ले लिया जबकि हमने फिर से रिटर्न दाखिल कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह बहुत अनुचित था और इससे हमें नकदी का गंभीर संकट झेलना पड़ा.
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सिद्धार्थ की कथित चिट्ठी में जिक्र हुए मामले पर आयकर विभाग द्वारा भी प्रतिक्रिया देखने को मिली है. समाचार एजेंसी 'भाषा' ने एक अधिकारी हवाले से जानकारी दी है, अधिकारिक सूत्र के मुताबिक वीजी सिद्धार्थ को माइंडट्री शेयर की बिक्री से 3200 करोड़ रुपये प्राप्त हुए थे. लेकिन कुल 300 करोड़ रुपये के टैक्स में से मात्र 46 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था. आधिकारिक सूत्र के अनुसार आयकर विभाग ने सीसीडी प्रवर्तक वी जी सिद्धार्थ के खिलाफ मामले में कानून के तहत काम किया था.
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बता दें, सितंबर 2017 में सिद्धार्थ के दफ्तर पर आयकर विभाग के अधिकारियों ने छापा मारा था. सिद्धार्थ की गिनती देश के सबसे ज्यादा कॉफी बीन की सप्लाई करने वाले लोगों में की जाती है. माइंडट्री की वेबसाइट पर उनकी प्रोफाइल के मुताबिक उनका परिवार करीब 130 सालों से ज्यादा समय से कॉफी के बिजनेस में हैं. माइंड ट्री में वह नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं.
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