कमलनाथ
नई दिल्ली:
कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि वह मुख्यमंत्री पद के 'भूखे' नहीं हैं. मध्यप्रदेश में उनके चयन का फैसला इसलिए किया गया है क्योंकि पार्टी को लगता है कि वह सबको साथ लेकर चल सकते हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उनके चयन का यह मतलब नहीं है कि वह साल के अंत में होने वाले मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं. कमलनाथ का यह बयान उन्हें मध्य प्रदेश की कांग्रेस इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किए जाने के बाद आया है.
यह भी पढ़ें : कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में कमलनाथ को सौंपी कमान
एनडीटीवी को दिए गए एक्सक्लूसिव साक्षात्कार में कमलनाथ ने कहा कि उन्हें राज्य के अन्य वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ चर्चा करने के बाद ही पार्टी प्रमुख नामित किया गया है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने महसूस किया कि वह सबको साथ लेकर चल सकते हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी नियुक्ति का मतलब यह है कि वह मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं, कमलनाथ ने जवाब दिया कि, "ऐसा हो, यह जरूरी नहीं है". उन्होंने कहा, "मैं मुख्यमंत्री पद या किसी अन्य पद का भूखा नहीं हूं. मैं भाजपा सरकार के दलदल से राज्य को बाहर निकालने का भूखा हूं".
कमलनाथ ने कहा कि उनका नाम पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पार्टी के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्य प्रदेश के नेताओं के साथ व्यापक चर्चा के बाद चुना गया है. उन्होंने कहा कि उन्हें राहुल गांधी ने एक महीने पहले इसका संकेत दे दिया था. उन्होंने कहा, "मैंने यह बयान दिया था कि मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया के पूर्ण समर्थन में हूं. वहीं दिग्विजय सिंह से ज्यादा राज्य को कोई भी बेहतर नहीं समझ सकता. मुझे यकीन है कि राहुल गांधी उनके लिए एक भूमिका तलाशेंगे. हर किसी को कोई न कोई भूमिका निभानी होगी, हमें सिर्फ एक चेहरे की जरूरत नहीं बल्कि कई चेहरों की जरूरत है".
यह भी पढ़ें : भोपाल : कांग्रेस सांसद कमलनाथ का हेलीकॉप्टर रास्ता भटका, खेत में उतरा
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने बड़ा फेरबदल किया है. राज्य में पार्टी की कमान पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ को सौंपी गई है. उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. उनके अलावा चार कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए गए हैं. दूसरी तरफ, ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनाव प्रचार समिति का चेयरमैन बनाया गया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की अनुशंसा पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने पार्टी इकाई में बदलाव का आदेश जारी किया है. आदेश के अनुसार वर्तमान अध्यक्ष अरुण यादव के स्थान पर कमलनाथ को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. वहीं चार अन्य नेताओं को प्रदेश का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. कार्यकारी अध्यक्षों में बाला बच्चन, रामनिवास रावत, जीतू पटवारी और सुरेंद्र चौधरी शामिल हैं.
VIDEO:कांग्रेस ने कमलनाथ को सौंपी मध्यप्रदेश की कमान
यह भी पढ़ें : कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में कमलनाथ को सौंपी कमान
एनडीटीवी को दिए गए एक्सक्लूसिव साक्षात्कार में कमलनाथ ने कहा कि उन्हें राज्य के अन्य वरिष्ठ पार्टी नेताओं के साथ चर्चा करने के बाद ही पार्टी प्रमुख नामित किया गया है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने महसूस किया कि वह सबको साथ लेकर चल सकते हैं. यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी नियुक्ति का मतलब यह है कि वह मुख्यमंत्री पद के दावेदार हैं, कमलनाथ ने जवाब दिया कि, "ऐसा हो, यह जरूरी नहीं है". उन्होंने कहा, "मैं मुख्यमंत्री पद या किसी अन्य पद का भूखा नहीं हूं. मैं भाजपा सरकार के दलदल से राज्य को बाहर निकालने का भूखा हूं".
कमलनाथ ने कहा कि उनका नाम पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पार्टी के सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया और मध्य प्रदेश के नेताओं के साथ व्यापक चर्चा के बाद चुना गया है. उन्होंने कहा कि उन्हें राहुल गांधी ने एक महीने पहले इसका संकेत दे दिया था. उन्होंने कहा, "मैंने यह बयान दिया था कि मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया के पूर्ण समर्थन में हूं. वहीं दिग्विजय सिंह से ज्यादा राज्य को कोई भी बेहतर नहीं समझ सकता. मुझे यकीन है कि राहुल गांधी उनके लिए एक भूमिका तलाशेंगे. हर किसी को कोई न कोई भूमिका निभानी होगी, हमें सिर्फ एक चेहरे की जरूरत नहीं बल्कि कई चेहरों की जरूरत है".
यह भी पढ़ें : भोपाल : कांग्रेस सांसद कमलनाथ का हेलीकॉप्टर रास्ता भटका, खेत में उतरा
गौरतलब है कि एक दिन पहले ही मध्य प्रदेश में कांग्रेस ने बड़ा फेरबदल किया है. राज्य में पार्टी की कमान पूर्व केंद्रीय मंत्री कमलनाथ को सौंपी गई है. उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. उनके अलावा चार कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाए गए हैं. दूसरी तरफ, ज्योतिरादित्य सिंधिया को चुनाव प्रचार समिति का चेयरमैन बनाया गया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की अनुशंसा पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के संगठन महासचिव अशोक गहलोत ने पार्टी इकाई में बदलाव का आदेश जारी किया है. आदेश के अनुसार वर्तमान अध्यक्ष अरुण यादव के स्थान पर कमलनाथ को अध्यक्ष नियुक्त किया गया है. वहीं चार अन्य नेताओं को प्रदेश का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है. कार्यकारी अध्यक्षों में बाला बच्चन, रामनिवास रावत, जीतू पटवारी और सुरेंद्र चौधरी शामिल हैं.
VIDEO:कांग्रेस ने कमलनाथ को सौंपी मध्यप्रदेश की कमान