यह ख़बर 22 जून, 2012 को प्रकाशित हुई थी

आईआईटी बॉम्बे, खड़गपुर भी चलेंगे दिल्ली-कानपुर की राह

खास बातें

  • मानव संसाधन मंत्रालय के खिलाफ भड़की बगावत में बॉम्बे आईआईटी भी शामिल हो गया है, जिसका औपचारिक ऐलान 6 जुलाई को होने वाली सीनेट की बैठक के बाद हो सकता है। खबर यह भी है कि आईआईटी खड़गपुर भी अपनी जमात के साथ ही चलेगा, सरकार के इशारे पर नहीं।
नई दिल्ली:

शुरुआत आईआईटी कानपुर ने की फिर आईआईटी दिल्ली की सीनेट ने भी वही लाइन ले ली कि 2013 में होने वाले दाखिले के लिए दोनों संस्थान अपना अलग-अलग इम्तिहान लेंगे। लेकिन सूत्रों की मानें तो मानव संसाधन मंत्रालय के खिलाफ भड़की इस बगावत में अब बॉम्बे आईआईटी भी शामिल हो गया है, जिसका औपचारिक ऐलान 6 जुलाई को होने वाली सीनेट की बैठक के बाद हो सकता है।

वैसे खबर यह भी है कि आईआईटी खड़गपुर भी अपनी जमात के साथ ही चलेगा, सरकार के इशारे पर नहीं। देश के आईआईटी अपनी दाखिला प्रक्रिया में सुझाए गए बदलावों को अपनी ऑटोनॉमी पर हमला बता रहे हैं।

दरअसल पहले इस बात के संकेत मिले कि सरकार इनके कुछ सुझावों पर विचार कर सकती है, लेकिन कपिल सिब्बल ने साफ कर दिया कि वह अपने 'वन नेशन वन टेस्ट' के फैसले से हिलने को तैयार नहीं हैं, जो अगले साल से लागू होगा।

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सिब्बल ने अब 27 जून को आईआईटी काउंसिल की बैठक बुलाई है। शनिवार को ज्वाइंट एडमिशन बोर्ड की भी बैठक होगी। आईआईटी चाहता है कि बोर्ड के नंबर मेन टेस्ट में न जुड़ें और एडवांस टेस्ट पर आखिरी फैसले का हक भी उसी के पास रहे।