यह ख़बर 15 अप्रैल, 2013 को प्रकाशित हुई थी

सपा सरकार बदले की भावना से काम करती तो जेल में होतीं मायावती : शिवपाल

खास बातें

  • बसपा प्रमुख मायावती के सपा सरकार पर राजनीतिक बदले की भावना से काम करने के आरोप का जवाब देते हुए शिवपाल सिंह यादव ने सोमवार को कहा कि सरकार अगर प्रतिशोध के तहत काम करती तो भ्रष्टाचार के अनेक आरोपों से घिरीं मायावती इस वक्त जेल में होतीं।
लखनऊ:

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती के उत्तर प्रदेश की समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार पर राजनीतिक बदले की भावना से काम करने के आरोप का जवाब देते हुए राज्य के लोक निर्माण मंत्री शिवपाल सिंह यादव ने सोमवार को कहा कि सरकार अगर प्रतिशोध के तहत काम करती तो भ्रष्टाचार के अनेक आरोपों से घिरीं मायावती इस वक्त जेल में होतीं।

यादव ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा ‘‘सपा सरकार ने कभी राजनीतिक बदले की भावना से काम नहीं किया। मायावती बार-बार सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को गुंडा करार दे रही हैं। उन्हें अपनी जबान पर काबू रखना चाहिए।’’ उन्होंने कहा ‘‘मायावती प्रदेश में अपने शासनकाल के दौरान भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी रहीं। अगर सपा सरकार उनके खिलाफ बदले की भावना से काम करती तो वह इस वक्त जेल में होतीं।’’

यादव ने कहा कि बसपा प्रमुख सपा कार्यकर्ताओं को ‘गुंडा’ कह रही हैं। पार्टी ने अपने कारकुनों को संयम बरतने को कहा है। वैसे, अगर कार्यकर्ता मायावती के लिए इसी तरह के अपशब्द कहना शुरू कर देंगे तो क्या होगा।

उन्होंने कहा कि मायावती ने सपा सरकार पर उनके कार्यकाल में सीमांत किसानों को पट्टे पर दी गई जमीन पर सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा कब्जा करने का आरोप लगाया है, जो पूरी तरह बेबुनियाद है।

गौरतलब है कि कल अम्बेडकर जयन्ती के अवसर पर मायावती ने प्रदेश सरकार पर बसपा के खिलाफ बदले की भावना से काम करने का आरोप लगाया था। साथ ही उन्होंने सपा कार्यकर्ताओं को गुंडा बताते हुए दावा किया था ‘‘जब प्रदेश में हमारी पार्टी की सरकार बनेगी तब ऐसे लोगों को तोड़ा जाएगा और ऐसा सीधा करेंगे कि फिर वह कभी जमीन पर कब्जा नहीं कर पाएंगे।’’

यादव ने आरोप लगाया कि बसपा प्रमुख सबसे बड़ी भू-माफिया हैं और उन्होंने पने शासनकाल के दौरान लखनऊ से दिल्ली तक जमीनों पर कब्जे किए। उन्होंने कहा कि मायावती के भाई ने नोएडा में जमीन के नाम पर खुली लूट की। अगर सपा सरकार बदले की भावना से काम कर रही होती तो मायावती और उनका पूरा परिवार सलाखों के पीछे होता।

राज्य की कानून-व्यवस्था की बदहाली के आरोपों पर लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि मायावती के शासनकाल में तो एक उप मुख्य चिकित्साधिकारी की जेल के अंदर ही हत्या कर दी गई। इसके अलावा कई अन्य जघन्य मामले सामने आए।

उन्होंने कहा कि इस वक्त जेल में बंद अनेक बसपा कारकुनों के मामलों की निष्पक्ष जांच सुनिश्चित कराई जाएगी।

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यह पूछे जाने पर कि जब राज्य सरकार के पास पूर्ववर्ती सरकार के कार्यकाल में हुए अनेक कथित घोटालों और गड़बड़ियों के सुबूत हैं तो सरकार कार्रवाई क्यों नहीं कर रही है, यादव ने कहा कि जल्द ही सभी मामलों की जांच कराई जाएगी।