केंद्र सरकार विजय माल्या और ललित मोदी के ब्रिटेन से प्रत्यर्पण के प्रयास कर रही है.
नई दिल्ली:
गृह सचिव स्तर की वार्ता में भाग लेने केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि सोमवार को दस दिन के लिए लंदन रवाना हुए. बताया जा रहा है कि बैठक में भारत और ब्रिटेन से जुड़े हुए मसले उठेंगे. साथ ही विजय माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर भी चर्चा की जाएगी. पूर्व आईपीएल चीफ ललित मोदी का मामला भी गृह सचिव वहां उठाएंगे.
गृह सचिव की यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे से हैम्बर्ग में हुई मुलाकात के दो दिन बाद हो रही है. जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत और ब्रिटेन के प्रधानमंत्रियों की मुलाकात हुई थी. तब नरेंद्र मोदी ने थेरेसा से भारत के आर्थिक अपराधियों को भारत वापस भेजने के लिए ब्रिटेन सरकार से सहयोग मांगा था.
केंद्रीय गृह मंत्रालय में अधिकारिक तौर पर तो कोई बात नहीं कर रहा लेकिन सूत्रों का कहना है कि देश की गृह सचिव की यात्रा के दौरान विजय माल्या और ललित मोदी के प्रत्यर्पण को लेकर बात होगी. एक अधिकारी ने कहा कि "भारत लगातार कोशिश कर रहा है कि दोनों आरोपी जल्द से जल्द भारत में कानून के सामने पेश हों."
महर्षि की वार्ता ब्रिटेन की होम आफिस की परमानेंट सेक्रेटेरी पेटसी विल्किन्सन से होगी. भारत पहले ही ब्रिटेन सरकार से कह चुका है कि कानूनी लड़ाई के लिए वह उसकी मदद करेगा.
उधर लंदन के वेस्टमिनस्टर कोर्ट में हुई ताजा सुनवाई के दौरान विजय माल्या के वकील ने भारतीय जेलों की बुरी स्थिति की बात कही है. विजय माल्या के वकील की ओर से उठाए गए इस मुद्दे पर भारतीय गृह मंत्रालय सतर्क हो गया है.
जानकारी यह है कि गृह मंत्रालय को लगता है कि विजय माल्या प्रत्यपर्ण केस में भारतीय जेलों की खराब हालत को एक बड़ा मुद्दा बना सकते हैं और इससे कोर्ट में भारत सरकार का पक्ष कमजोर पड़ सकता है.
इस संबंध में केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने 23 जून को महाराष्ट्र के गृह सचिव सुमित मुलिक को एक पत्र लिखकर राज्य में जेलों की स्थिति का जायजा लिया था. सूत्रों की मानें तो विजय माल्या को भारत लाए जाने के बाद मुंबई के ऑर्थर रोड जेल में रखा जा सकता है.
गृह सचिव की यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे से हैम्बर्ग में हुई मुलाकात के दो दिन बाद हो रही है. जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत और ब्रिटेन के प्रधानमंत्रियों की मुलाकात हुई थी. तब नरेंद्र मोदी ने थेरेसा से भारत के आर्थिक अपराधियों को भारत वापस भेजने के लिए ब्रिटेन सरकार से सहयोग मांगा था.
केंद्रीय गृह मंत्रालय में अधिकारिक तौर पर तो कोई बात नहीं कर रहा लेकिन सूत्रों का कहना है कि देश की गृह सचिव की यात्रा के दौरान विजय माल्या और ललित मोदी के प्रत्यर्पण को लेकर बात होगी. एक अधिकारी ने कहा कि "भारत लगातार कोशिश कर रहा है कि दोनों आरोपी जल्द से जल्द भारत में कानून के सामने पेश हों."
महर्षि की वार्ता ब्रिटेन की होम आफिस की परमानेंट सेक्रेटेरी पेटसी विल्किन्सन से होगी. भारत पहले ही ब्रिटेन सरकार से कह चुका है कि कानूनी लड़ाई के लिए वह उसकी मदद करेगा.
उधर लंदन के वेस्टमिनस्टर कोर्ट में हुई ताजा सुनवाई के दौरान विजय माल्या के वकील ने भारतीय जेलों की बुरी स्थिति की बात कही है. विजय माल्या के वकील की ओर से उठाए गए इस मुद्दे पर भारतीय गृह मंत्रालय सतर्क हो गया है.
जानकारी यह है कि गृह मंत्रालय को लगता है कि विजय माल्या प्रत्यपर्ण केस में भारतीय जेलों की खराब हालत को एक बड़ा मुद्दा बना सकते हैं और इससे कोर्ट में भारत सरकार का पक्ष कमजोर पड़ सकता है.
इस संबंध में केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने 23 जून को महाराष्ट्र के गृह सचिव सुमित मुलिक को एक पत्र लिखकर राज्य में जेलों की स्थिति का जायजा लिया था. सूत्रों की मानें तो विजय माल्या को भारत लाए जाने के बाद मुंबई के ऑर्थर रोड जेल में रखा जा सकता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं