एलोपैथी पर टिप्पणी के मामले में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने योग गुरु रामदेव (Yoga Guru Ramdev) को कहा कि जो कुछ भी उन्होंने एलोपैथी और डॉक्टरों के लिए कहा, उसे अदालत में दाखिल करें. मामले में अगले हफ्ते सुनवाई होगी. प्रधान न्यायाधीश (CJI) एनवी रमना की अध्यक्षता वाली 3 जजों की बेंच ने सुनवाई के दौरान रामदेव के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा, स्वामी रामदेव एक पब्लिक फिगर हैं, रामदेव ने डॉक्टरों को लेकर कोई बयान नही दिया है. रामदेव को लेकर देशभर में विभिन्न FIR दर्ज कर दी गई है. हम यह चाहते हैं कि इन सबको क्लब किया जाए और उनको दिल्ली ट्रांसफर किया जाए.
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गौरतलब है कि एलोपैथी पर टिप्पणी करने के मामले में देश के विभिन्न हिस्सों में दर्ज FIR के खिलाफ योगगुरु रामदेव ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. उन्होंने रिट याचिका दाखिल कर अपने खिलाफ दर्ज मामलों को चुनौती दी है. योगगुरु ने कहा है कि एक ही चीज के लिए कई केस नहीं दर्ज किए जा सकते.याचिका में मांग की गई है कि पटना और रायपुर में दर्ज मामलों को संलग्न करके एक साथ सुनवाई के लिए दिल्ली ट्रांसफर किया जाए. साथ ही पटना और रायपुर में दर्ज FIR पर लंबित कार्यवाही पर रोक लगाई जाए. मई में स्वामी रामदेव का कोरोना इलाज में एलोपैथी डाक्टरों के बारे में दिया गया बयान वायरल होने के बाद इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) और डॉक्टरों ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई थी,इसके बाद IMA की पटना और रायपुर यूनिट ने स्वामी रामदेव के खिलाफ FIR भी दर्ज करा दी थी.
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