नई दिल्ली:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वरिष्ठ पत्रकार चो रामास्वामी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए माइक्रो-ब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें चो ने उनका परिचय 'मौत का सौदागर' के रूप में करवाया था.
एक के बाद एक किए ट्वीट में प्रधानमंत्री ने चो रामास्वामी को 'बहुआयामी व्यक्तित्व, बेहद उच्चकोटि का बुद्धिजीवी, पक्का राष्ट्रवादी तथा निडर आवाज़' बताया, जिसका चौतरफा सम्मान होता था और जिन्हें हर जगह पसंद किया जाता था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो के साथ ट्वीट में लिखा, "चो रामास्वामी ने मेरा परिचय मौत के सौदागर के रूप में करवाया..." यह वीडियो उस वक्त का है, जब वह तीसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री चुने गए थे.
यह भी पढ़ें : अलविदा अम्मा : मरीना बीच पर जयललिता को राजकीय सम्मान के साथ दी गई 'अंतिम विदाई'
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अलविदा अम्मा : जयललिता इसीलिए थीं सबकी अम्मा...
वीडियो में चो ने कहा, "अब मैं आमंत्रित करता हूं... मौत के सौदागर को..." और इस पर प्रधानमंत्री तथा श्रोताओं की ओर से ठहाके सुनाई दिए. चो आगे कहते हैं, "आतंकवाद के लिए मौत का सौदागर... भ्रष्टाचार के लिए मौत का सौदागर... भाई-भतीजावाद के लिए मौत का सौदागर... अधिकारियों के नाकारापन के लिए मौत का सौदागर... नौकरशाही की लापरवाहियों के लिए मौत का सौदागर... गरीबी और अज्ञान के लिए मौत का सौदागर... अंधकार और हताशा के लिए मौत का सौदागर..."
इसके बाद प्रधानमंत्री ने अपने जवाब का वीडियो भी एक अलग ट्वीट में पोस्ट किया. चो द्वारा की गई प्रशंसा के बाद उन्होंने भी कहा कि वह वर्ष 1975-77 के दौरान एमरजेंसी के दिनों से ही चो के प्रशंसक रहे हैं. उन्होंने कहा, "मैं हमेशा मानता रहा हूं कि चो सच्चे डेमोक्रेट हैं... तमिलनाडु के मेरे मित्र कहा करते थे कि वह राजगुरु हैं..."
उन्होंने कहा, "जब कोई तीसरी बार मुख्यमंत्री चुना जाता है, तो वह सोचता है कि सब ठीक है... अब मैं करूं क्या... सरकार को अपना काम करने देता हूं, और मैं वक्त का आनंद लेता हूं... लेकिन चो को सुनने के बाद मैं सोचता हूं कि अगले पांच साल तक मैं आराम करने के बारे में सोच भी नहीं सकता..."
एक के बाद एक किए ट्वीट में प्रधानमंत्री ने चो रामास्वामी को 'बहुआयामी व्यक्तित्व, बेहद उच्चकोटि का बुद्धिजीवी, पक्का राष्ट्रवादी तथा निडर आवाज़' बताया, जिसका चौतरफा सम्मान होता था और जिन्हें हर जगह पसंद किया जाता था.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो के साथ ट्वीट में लिखा, "चो रामास्वामी ने मेरा परिचय मौत के सौदागर के रूप में करवाया..." यह वीडियो उस वक्त का है, जब वह तीसरी बार गुजरात के मुख्यमंत्री चुने गए थे.
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अलविदा अम्मा : जयललिता इसीलिए थीं सबकी अम्मा...
वीडियो में चो ने कहा, "अब मैं आमंत्रित करता हूं... मौत के सौदागर को..." और इस पर प्रधानमंत्री तथा श्रोताओं की ओर से ठहाके सुनाई दिए. चो आगे कहते हैं, "आतंकवाद के लिए मौत का सौदागर... भ्रष्टाचार के लिए मौत का सौदागर... भाई-भतीजावाद के लिए मौत का सौदागर... अधिकारियों के नाकारापन के लिए मौत का सौदागर... नौकरशाही की लापरवाहियों के लिए मौत का सौदागर... गरीबी और अज्ञान के लिए मौत का सौदागर... अंधकार और हताशा के लिए मौत का सौदागर..."
The feisty Cho Ramaswamy introduces me as the 'Merchant of Death.' Do watch this memorable interaction. https://t.co/2FsF64sVvH
— Narendra Modi (@narendramodi) December 7, 2016
इसके बाद प्रधानमंत्री ने अपने जवाब का वीडियो भी एक अलग ट्वीट में पोस्ट किया. चो द्वारा की गई प्रशंसा के बाद उन्होंने भी कहा कि वह वर्ष 1975-77 के दौरान एमरजेंसी के दिनों से ही चो के प्रशंसक रहे हैं. उन्होंने कहा, "मैं हमेशा मानता रहा हूं कि चो सच्चे डेमोक्रेट हैं... तमिलनाडु के मेरे मित्र कहा करते थे कि वह राजगुरु हैं..."
उन्होंने कहा, "जब कोई तीसरी बार मुख्यमंत्री चुना जाता है, तो वह सोचता है कि सब ठीक है... अब मैं करूं क्या... सरकार को अपना काम करने देता हूं, और मैं वक्त का आनंद लेता हूं... लेकिन चो को सुनने के बाद मैं सोचता हूं कि अगले पांच साल तक मैं आराम करने के बारे में सोच भी नहीं सकता..."
I returned the favour, but don't think I matched Cho's eloquence. Hear what I said about him. https://t.co/wPxYLc1fTb
— Narendra Modi (@narendramodi) December 7, 2016
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