उत्तर प्रदेश के हाथरस (Hathras Gangrape Case) में 20 वर्षीय युवती के साथ कथित गैंगरेप और हत्या के मामले को लेकर पूरे देश में आक्रोश है. देश के कोने-कोने से पीड़िता और परिवार को न्याय दिलाने की मांग उठ रही है. हाथरस मामले (Hathras Case) की जांच कर रही एसआईटी (SIT) की टीम मंगलवार को एक बार फिर पीड़िता के गांव पहुंची. टीम ने पीड़िता के परिवार से मुलाकात की. एसआईटी टीम को कल अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपनी है. एसआईटी की जांच को बुधवार को 7 दिन पूरे हो जाएंगे और टीम को 7 दिन में रिपोर्ट देनी है.
जानकारी के मुताबिक, पीड़िता के गांव पहुंची एसआईटी की टीम ने आज फिर पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की. टीम ने उस जगह का भी मुआयना किया, जहां प्रशासन ने पीड़िता का अंतिम संस्कार किया था. एसआईटी के साथ फॉरेंसिक एक्सपर्ट भी मौके पर मौजूद हैं. वहीं, हाथरस के सीजेएम (मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट) भी पी़ड़ित परिवार से मिलने पहुंचे. एसआईटी की दूसरी टीम चंदपा थाने में है, जहां केस दर्ज किया गया था.
वहीं, दूसरी ओर हाथरस मामले में यूपी सरकार ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया. उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि हाथरस में लड़की के साथ कथित बलात्कार और हमले की सीबीआई जांच के निर्देश अदालत को देने चाहिए. सरकार ने कहा कि वो मामले की निष्पक्ष जांच कर सकती है, लेकिन "निहित स्वार्थ" निष्पक्ष जांच को पटरी से उतारने के मकसद से प्रयास कर रहे हैं.
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यूपी सरकार ने अभी तक कि जांच का ब्योरा देते हुए सुप्रीम कोर्ट को बताया है कि सोशल मीडिया और मीडिया के जरिए जातीय संघर्ष और हिंसा करने को उकसाने की आपराधिक साजिश रची गई है. सुप्रीम कोर्ट में यूपी सरकार ने कहा है कि अदालत की निगरानी में CBI को समयबद्ध जांच के आदेश दें.
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