बीजेपी (BJP) के हरियाणा (Haryana) के प्रदेश अध्यक्ष ओपी धनखड़ (OP Dhankhar) के सामने सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाई गईं. बीजेपी ने धनखड़ को आज ही हरियाणा का अध्यक्ष बनाया है. बीजेपी ने हाल ही में दिल्ली, छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों के अध्यक्ष बदले थे, वहीं अब उसने हरियाणा में भी अपने अध्यक्ष का चेहरा बदल दिया है. इस बार बीजेपी ने अपने कद्दावर जाट नेता ओपी धनखड़ को राज्य की कमान सौंपी है. हालांकि इससे पहले के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष भराला भी जाट ही हैं. वहीं धनखड़ को पीएम मोदी का करीबी भी माना जाता है.
धनखड़ पीएम नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट स्टेच्यू ऑफ यूनिटी आयरन कलेक्शन कॉर्पोरेशन के नेशनल कोआर्डिनेटर भी रह चुके हैं. वे ऐस वक्त में अध्यक्ष बने हैं जब पूरे देश में कोरोना ने अपने पैर पसार रखे हैं और सरकार ने खुद सोशल डिस्टेंसिंग पर काफी ज़ोर दिया है. वहीं ओपी धनखड़ के अध्यक्ष बनते ही उनके समर्थकों ने उन्हीं के सामने सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ा दीं. वे धनखड़ को मुबारकबाद देने के लिए एक-दूसरे के साथ बिल्कुल सटकर खड़े दिखाई दिए. वहीं कुछ लोगों ने तो मास्क तक नहीं लगाया था.
@BJP4India के #हरियाणा के नए अध्यक्ष @OPDhankar
— Ali Abbas Naqvi (@aliabbasnaqvi93) July 19, 2020
को मुबारकबाद.. लेकिन #सोशल_डिस्टेंस को न भूलिए जी..
कई आपके समर्थकों ने तो मास्क तक नहीं लगाया हुआ.. ये झज्जर का नज़ारा है.. @ndtv @ndtvindia @ndtvvideos #Covid_19 #covidindia @umashankarsingh pic.twitter.com/SLKcsufZMT
इस मौके पर बनाया गया वीडियो झज्जर का बताया जा रहा है. वहां उनका घर है. जब ओपी धनखड़ को हरियाणा का बीजेपी अध्यक्ष बनाया गया तो वे इसके बाद अपने निवास झज्जर पहुंचे. वहां उनके कई समर्थकों ने उनकी गाड़ी पर ही फूल बरसाने शुरू कर दिए. वीडियो में दिख रहा है कि किस तरह लोग पूरी भीड़ लगाए उनके बिल्कुल पास खड़े हुए हैं. सरकार जहां सोशल डिस्टेंस को बनाए रखने के लिए जनता से अपील करती हुई नज़र आती है वहीं यहां खुद ही हरियाणा सरकार के पूर्व मंत्री और मौजूदा हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष के सामने ही कोरोना से कोई बचाव करता नहीं दिखा. और वे बस लोगों से मिलते हुए नज़र आए.
2014 लोकसभा और 2019 विधानसभा चुनाव हार चुके हैं धनखड़
2014 में हुए लोकसभा चुनाव में ओपी धनखड़ को भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बेटे दीपेंद्र हुड्डा के सामने खड़ा किया गया था. इसमें ओपी धनखड़ 1,70,627 वोटों से हार गए थे. जबकि 2014 में बीजेपी ने 10 लोकसभा सीटों में से 7 सीटें अपने नाम की थीं. वहीं उसके बाद उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट दी गई और वो बादली विधानसभा सीट से चुनाव जीत गए. उन्हें कृषि मंत्री बनाया गया. वहीं 2019 में मंत्री होने के बाद भी वे चुनाव नहीं जीत सके और उन्हें हार का सामना करना पड़ा. वहीं अब बीजेपी ने उन पर यकीन जताकर हरियाणा में कमल को और मजबूत करने की कमान दी है.
ABVP से लेकर प्रदेश अध्यक्ष का सफर
ओपी धनखड़ 1980 से लेकर 1996 तक संघ और उसके संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) के साथ जुड़े रहे. इसके बाद संघ ने उन्हें बीजेपी में भेज दिया था. इसके बाद वे 2011 में बीजेपी के किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बने. ओपी धनखड़ ने महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी रोहतक से एमएड की पढ़ाई की. उनका कृषि क्षेत्र में ज्यादा झुकाव है. उन्हें 2014 में हरियाणा सरकार में कृषि मंत्रालय सौंपा गया था.
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