हरियाणा विधानसभा चुनाव में मतों की गिनती अभी भले ही पूरी नहीं हुई हो, लेकिन जेजेपी के नेता दुष्यंत चौटाला का कहना है कि उनकी पार्टी नई सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाने वाली है. उन्होंने कहा कि राज्य में अगर किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिलता है तो उनकी पार्टी नई सरकार बनाने में एक अहम भूमिका निभाएगी. अभी तक मिले आंकड़ों के अनुसार हरियाणा में बीजेपी 44 सीटों पर आगे चल रहै जबकि कांग्रेस 28 सीटों पर आगे हैं. दुष्यंत चौटाला ने शुरुआती रुझानों में अपनी पार्टी के पीछे रहने पर प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि इस चुनाव में हरियाणा (Haryana Election Results 2019) की जनता ने बदलाव के लिए वोट किया है. शुरुआती रुझान आने के कुछ घंटे बाद ही आपको बदली हुई तस्वीर दिखेगी. हम राज्य में 26-27 सीटों पर दूसरी पार्टियों को कांटी की टक्कर दे रहे हैं. अंतिम परिणाम आने तक इंतजार कीजिए, आपको पता चल जाएगा कि सरकार कौन बनाने जा रहा है.
चौटाला ने कहा कि हम परिणाम आने के बाद ही तय करेंगे की हमें बीजेपी के साथ जाना है या कांग्रेस के साथ या फिर विपक्ष में बैठना है. हमारी पार्टी ने जाति और पार्टी लाइन से ऊपर उठकर काम किया है. हम राज्य में 75 फीसदी युवाओं को नौकरी देने, किसानों को सही कीमत , और महिलाओं सुरक्षा पर प्राथमिकता से काम चाहते हैं.
बता दें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान एक रैली में भाजपा पर तीखा हमला करते हुए जननायक जनता पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला ने दावा किया था कि सत्ताधारी दल ने जमीनी स्तर पर कोई ठोस काम नहीं किया और इसकी जगह पर सिर्फ झूठ बोलती रही. उन्होंने कहा था कि भाजपा राजनीतिक विरोधियों पर व्यक्तिगत हमले कर रही है, क्योंकि वह जानती है कि आगामी चुनावों में उसका आधार खत्म हो रहा है. दुष्यंत ने कहा था कि भाजपा ने भले ही ‘75 पार' का नारा दिया हो, लेकिन वो जानते हैं कि जमीनी हकीकत कुछ और है. भाजपा ने पांच सालों के दौरान जमीन पर कोई ठोस काम किए बिना झूठ बोला.' उन्होंने कहा, 'लोगों ने उन्हें बाहर करने के लिए अपना मन बना लिया है और भाजपा भी यह जानती है कि वह हरियाणा हार रही है.'
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यह पूछे जाने पर कि भाजपा ने अनुच्छेद 370 को रद्द करने और राष्ट्रवाद से जुड़ी बातों को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाए जाने के सवाल पर 31 वर्षीय नेता ने कहा था कि मुझे नहीं लगता कि यह क्षेत्रीय चुनाव के लिए कोई मुद्दा है, अगर लोकसभा चुनाव होते तो यह एक मुद्दा हो सकता था. दुष्यंत ने कहा था कि बेरोजगारी सबसे बड़ा मुद्दा है. राज्य में युवाओं की अच्छी-खासी आबादी है और बेरोजगारी दर के 28 प्रतिशत से ज्यादा होने से सबसे ज्यादा नुकसान उन्हीं का हो रहा है. अपराध दूसरा अहम मुद्दा है. हम प्रतिदिन एक हत्या, तीन दुष्कर्म और चार डकैती का सामना कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि इसलिए, ये चुनाव राज्य के मुद्दों, बेरोजगारी, बिगड़ती कानून-व्यवस्था, स्वास्थ्य व शिक्षा के गिरते स्तर के बारे में है. लोग यह समझ चुके हैं कि भाजपा इन सभी मुद्दों के बारे में खामोश है, इसलिए वे उसे जवाब देने के लिये चुनावों का इंतजार कर रहे हैं. उन्होंने कहा था कि किसान परेशान हैं, लेकिन वे इसके बारे में बात नहीं कर रहे हैं.'
बता दें, दो साल पहले मोटर वाहन अधिनियम में बदलाव के कारण ट्रैक्टर का कृषि वाहन का दर्जा प्रभावित हुआ था. इस पर किसानों की चिंताओं को रेखांकित करने के लिए दुष्यंत संसद में ट्रैक्टर लेकर पहुंच गए थे. उन्होंने दावा किया, 'यहां पानी और बिजली का मुद्दा है, कुल मिलाकर अर्थव्यवस्था की हालत ठीक नहीं है, सरकारी कर्ज बढ़ रहा है. हरियाणा में भाजपा के कार्यकाल के दौरान खनन घोटाला, परिवहन के क्षेत्र में प्रति किलोमीटर योजना घोटाला आदि हुए.'
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