गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के आह्वान पर गुर्जरों ने रविवार को बयाना में फिर आंदोलन शुरू कर दिया. समाज के युवा बड़ी संख्या में पीलूपुरा में रेलवे पटरियों पर बैठ गए. इस बीच राज्य के युवा व खेल मंत्री अशोक चांदना गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला से मिलने रविवार रात हिंडौन पहुंचे हालांकि उनकी मुलाकात नहीं हो सकी. भरतपुर में बयाना के पीलूपुरा में गुर्जर समाज के लोग इकट्ठे हुए. शाम को गुर्जर आंदोलनकारियों ने मुंबई-दिल्ली रेल मार्ग पर कब्ज़ा कर रेल संचालन ठप्प कर दिया. उन्होंने रेल लाइन की फिश प्लेटें निकाल दीं और पटरियां उखाड़ दीं.
सुबह से दोपहर तक पीलूपुरा में गुर्जर समाज की भीड़ ना के बराबर थी लेकिन किरोड़ी सिंह बैंसला के आने के बाद लोगों का आना शुरू हुआ. फिर सभा हुई. हालांकि गुर्जरों में हुई फूट का असर भी आंदोलन के दौरान साफ़ तौर पर देखने को मिला क्योंकि जितनी भीड़ होने की उम्मीद गुर्जर नेताओं को थी उतनी नहीं हो पाई. करीब 300 लोग ही आंदोलन स्थल पर जुट सके.
आंदोलन शरू करने से पहले गुर्जर नेता किरोड़ी सिंह बैंसला ने खेल मंत्री अशोक चांदना को फ़ोन करके सभा स्थल पर आने के लिए आमंत्रित किया. इस पर चांदना ने कुछ घंटों में वहां पहुंचने की बात कही. मगर किरोड़ी सिंह बैसंला के ना चाहते हुए भी गुर्जर आन्दोलनकारी रेलवे मार्ग पर जा पहुंचे और उस पर कब्ज़ा कर लिया.
दरअसल बयाना के अड्डा गांव में विगत 17 अक्टूबर को हुई गुर्जर महापंचायत के दौरान गुर्जर नेताओं ने अपनी मांगों को लेकर सरकार को यह चेतावनी दी थी कि यदि उनकी मांग नहीं मानी गई तो गुर्जर समाज एक नवंबर से आंदोलन करेगा. हालांकि दो दिन पहले गुर्जर समाज का 41 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल जयपुर सरकार से वार्ता के लिए गया था और दोनों के मध्य सकारात्मक वार्ता भी हो गई थी लेकिन इसके बाद भी कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला पक्ष ने यह बात नहीं मानी और आज आंदोलन शुरू कर दिया.
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