गुजरात : मंदिर ट्रस्ट के पाटीदार प्रमुख भी चुनाव लड़ने पर कर रहे विचार, अहम होगा फैसला

श्री खोडलधाम ट्रस्ट राजकोट से लगभग 60 किलोमीटर दूर कागवाड़ में, लेउवा पाटीदार समुदाय की संरक्षक देवी खोडियार मंदिर का प्रबंधन करता है. इसका पटेल समुदाय पर काफी प्रभाव माना जाता है.

गुजरात : मंदिर ट्रस्ट के पाटीदार प्रमुख भी चुनाव लड़ने पर कर रहे विचार, अहम होगा फैसला

Gujarat Election 2022 : गुजरात विधानसभा चुनाव दिसंबर में होने हैं (प्रतीकात्मक)

अहमदाबाद:

गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat assembly elections 2022) भले ही इस साल के अंत में होना हो, लेकिन चुनावी सरगर्मी अभी से बढ़ गई है. आम आदमी पार्टी जहां गुजरात के छोटे दलों के साथ हाथ मिलाकर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश कर रही हैं, वहीं गुजरात के प्रतिष्ठित मंदिर ट्रस्ट के प्रमुख ने भी चुनाव लड़ने के संकेत दिए हैं.  श्री खोडलधाम ट्रस्ट (एसकेटी) के अध्यक्ष और गुजरात में पाटीदार समुदाय ( Patidar) के एक प्रभावशाली सदस्य नरेश पटेल ने सोमवार को कहा कि वह राजनीति में शामिल होने के इच्छुक हैं, लेकिन निर्णय सर्वेक्षण के नतीजों के आधार पर लेंगे. पटेल ने कई नेताओं के उनके संपर्क में होने का दावा श्री खोडलधाम ट्रस्ट राजकोट से लगभग 60 किलोमीटर दूर कागवाड़ में, लेउवा पाटीदार समुदाय की संरक्षक देवी खोडियार मंदिर का प्रबंधन करता है. इसका पटेल समुदाय पर काफी प्रभाव माना जाता है.

हालांकि, पटेल ने कहा कि कुछ लोगों का मानना ​​है कि एसकेटी में वह अपने वर्तमान पद से समुदाय की सेवा करने के लिए बेहतर स्थिति में हैं. उन्होंने कहा कि नियमों के अनुसार राजनीति में शामिल होने का मतलब एसकेटी का अपना पद छोड़ना भी होगा.पटेल ने कहा कि हालांकि, बड़ी संख्या में युवाओं का मानना ​​है कि उन्हें ट्रस्ट में अपना पद छोड़े बिना राजनीति में प्रवेश करना चाहिए, जिसका निर्णय ट्रस्टियों द्वारा लिया जाएगा.उन्होंने कहा, खोडलधाम (ट्रस्ट) की एक सर्वेक्षण समिति अपने नेटवर्क के माध्यम से जिला, तालुका और ग्राम स्तर पर काम कर रही है.

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समिति के सदस्य लोगों की राय लेने के लिए घर-घर जाते हैं. गांव स्तर पर लोगों के सुझाव लिए जा रहे हैं (इस पर कि क्या मुझे राजनीति में आना चाहिए और किस राजनीतिक दल में) यह एक लंबी प्रक्रिया है और इसमें कुछ समय लगेगा. पटेल ने कहा कि सर्वेक्षण के नतीजे से उन्हें इस दुविधा को दूर करने में मदद मिलेगी. उन्होंने कहा कि वह अप्रैल के अंत तक निर्णय लेने की स्थिति में होंगे. गुजरात में इस साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है.