नई दिल्ली:
केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने आज विश्वास जताया कि द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ वाकई क्या हुआ, इस पर उचित विचार-विमर्श करने के बाद सरकार ‘सही अंतिम राय’ बनाएगी।
नायडू का बयान नेताजी के परिवार की दो दशक से अधिक समय तक कथित तौर पर जासूसी कराए जाने के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा के बीच वाक युद्ध छिड़ने के तीन महीने बाद आया है। वह नेताजी सुभाष और आजाद हिंद फौज की विरासत पर यहां राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार दिल्ली में नेताजी के लिए उचित स्मारक सुनिश्चित करने के लिए एक प्रस्ताव पर सक्रियता से विचार कर रही है।
नायडू का बयान नेताजी के परिवार की दो दशक से अधिक समय तक कथित तौर पर जासूसी कराए जाने के मुद्दे पर कांग्रेस और भाजपा के बीच वाक युद्ध छिड़ने के तीन महीने बाद आया है। वह नेताजी सुभाष और आजाद हिंद फौज की विरासत पर यहां राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि सरकार दिल्ली में नेताजी के लिए उचित स्मारक सुनिश्चित करने के लिए एक प्रस्ताव पर सक्रियता से विचार कर रही है।
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